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क्रुणाल पांड्या की एक गलती और भारत के हाथ से फिसल गया मैच

बांग्लादेश ने दिल्ली टी20 में जीत के साथ सीरीज में 1-0 से बढ़त हासिल कर ली

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बांग्लादेश के खिलाफ दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में हुए पहले टी20 मैच में आखिरी 3 ओवरों में भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में ऑलराउंडर क्रुणाल पांड्या ने अहम रोल निभाया. क्रुणाल के बनाए तेज 15 रनों के कारण ही एक वक्त भारतीय टीम अच्छी स्थिति में लग रही थी और मैच कुछ हद तक भारत के पक्ष में झुका हुआ था, लेकिन बांग्लादेश की पारी के दौरान 18वें ओवर में क्रुणाल की ही गलती ने भारत के हाथों से जीत छीन ली.

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रविवार 3 नवंबर को दिल्ली की खराब हवा के बावजूद हजारों भारतीय फैंस अरुण जेटली स्टेडियम में टीम इंडिया और बांग्लादेश का मैच देखने पहुंचे. मैच तो पूरा हुआ लेकिन भारतीय टीम और फैंस को निराशा हाथ लगी.

बांग्लादेश के कप्तान रियाद मेहमुदुल्लाह ने आखिरी ओवर की तीसरे गेंद पर छक्का जड़कर टीम को 3 विकेट से जीत दिला दी. भारत के खिलाफ 9 टी20 मैचों में बांग्लादेश की ये पहली जीत है.

क्रुणाल की गलती पड़ी भारी

भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 148 रन बनाए. बांग्लादेशी गेंदबाजों की समझदारी भरी बॉलिंग के कारण भारत बड़ा स्कोर नहीं बना पाया. आखिर में 2 ओवरों में क्रुणाल पांड्या और वॉशिंगटन सुंदर ने 10 गेंदों में 28 रन जड़कर भारत को सम्मानजनक स्थिति तक पहुंचाया.

इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने अच्छी शुरुआत दिलाई और पहले ही ओवर में दीपक चाहर ने ओपनर लिटन दास को आउट कर दिया. इसके बाद भी भारतीय गेंदबाजों ने कसी हुई गेंदबाजी की.

हालांकि, बांग्लादेशी टीम ने खराब शुरुआत के बाद अहम साझेदारी की, लेकिन वो कभी भी खुलकर रन नहीं बना पाए. बीच-बीच में जरूर उन्होंने कुछ बड़े शॉट लगाए.

इस तरह धीमी रफ्तार से बांग्लादेश ने 17वें ओवर तक 3 विकेट खोकर 114 रन बना लिए थे. उस वक्त टीम को 18 गेंद में 35 रनों की जरूरत थी. लक्ष्य पकड़ में जरूर था, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने कसी हुई लाइन पर गेंद डालनी जारी रखी.

फिर आया 18वां ओवर. अपना आखिरी ओवर कराए युजवेंद्र चहल. अगस्त के बाद अपना पहला मैच खेल रहे चहल ने पूरे पहले 3 ओवरों में सिर्फ 11 रन दिए थे और एक विकेट हासिल किया था. इस ओवर में भी पहली 2 गेंद पर उन्होंने सिर्फ 2 रन दिए.

ओवर की तीसरी गेंद पर मुशफिकुर रहीम ने एक स्लॉग स्वीप खेला. गेंद हवा में उठी और मिडविकेट बाउंड्री की ओर गई, जहां क्रुणाल पांड्या के पास एक आसान कैच गया. लेकिन यहां क्रुणाल के हाथों के बीच से निकलकर गेंद चार रन के लिए चली गई.

जब क्रुणाल ने ये कैच छोड़ा, उस वक्त बांग्लादेश का स्कोर 3 विकेट पर 116 रन था और उसे जीत के लिए 16 गेंद में 33 रनों की जरूरत थी. मुशफिकुर रहीम भी तब 36 गेंद में 38 रन बनाकर खेल रहे थे. इसके बाद मेहमुदुल्लाह ने ओवर की आखिरी गेंद पर चौका जड़ दिया. इस ओवर से 13 रन आए.

इसके बाद मुशफिकुर ने धो डाला

मुशफिकुर ने इस जीवनदान का फायदा उठाया और अगले ही ओवर यानी पारी के 19वें ओवर में खलील अहमद की जमकर धुनाई कर दी. मुशफिकुर ने खलील के ओवर की आखिरी 4 गेंदों पर लगातार 4 चौके ठोक दिए और साथ ही अपना पांचवा टी20 अर्धशतक भी पूरा किया.

18वें ओवर की शुरुआत में जो लक्ष्य 18 गेंदों पर 35 रन का था, 19वां ओवर खत्म होने तक वो घटकर 6 गेंद में सिर्फ 4 रन का रह गया था.

आखिरी ओवर में कुछ करिश्मे की कोशिश में रोहित शर्मा ने पहला मैच खेल रहे शिवम दुबे को गेंद थमाई. हालांकि आखिरी ओवर में ऐसे करिश्मे कम ही होते हैं. मेहमुदुल्लाह ने शिवम की तीसरी गेंद पर लॉन्ग ऑन पर छक्का जड़ दिया और बांग्लादेश को भारत पर पहली जीत मिल गई.

मुशफिकुर रहीम 43 गेंद में 60 रन बनाकर नॉट आउट रहे और मैन ऑफ द मैच बने. वैसे ये इंटरनेशनल टी20 क्रिकेट के इतिहास का 1000वां मैच भी था. इस लिहाज से बांग्लादेश के लिए ये जीत और भी खास बन गई.

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