पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा है कि पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी को वर्ल्ड कप 2019 के बाद ही संन्यास ले लेना चाहिए था. अख्तर ने कहा कि धोनी ने ऐसा क्यों नहीं किया ये उनकी समझ से परे है.
हालांकि अख्तर ने साथ ही कहा कि रिटायरमेंट पर चुप्पी के बावजूद धोनी को शानदार विदाई मिलनी चाहिए.
अख्तर ने कहा,
“इस शख्स ने अपनी पूरी क्षमता से सेवा की है. उन्हें सम्मान के साथ क्रिकेट छोड़ देना चाहिए. मुझे नहीं पता कि क्यों उन्होंने इसे इतना लंबा खींच दिया है. उन्हें वर्ल्ड कप के बाद ही रिटायर हो जाना चाहिए था.”
अख्तर ने साथ ही कहा कि वो चाहते तो 3-4 साल और खेल सकते थे, लेकिन उन्होंने संन्यास लेना बेहतर समझा.
अगर मैं उनकी जगह होता, तो मैं संन्यास ले चुका होता. मैं 3-4 साल तक छोटे फॉर्मेट में खेल सकता था, लेकिन मैं (2011 वर्ल्ड कप के बाद) छोड़ दिया क्योंकि मैं अपना 100 फीसदी नहीं दे पा रहा था. ऐसे में लंबा क्यों खींचना.
धोनी ने जुलाई 2019 में आखिरी बार क्रिकेट खेला था. न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में भारत की हार के बाद से ही वो क्रिकेट से बाहर चल रहे हैं.
‘धोनी फिलहाल अटके हुए हैं’
हालांकि उम्मीद जताई जा रही थी कि इस बार के आईपीएल के बाद शायद उनकी टीम में वापसी की संभावना बने. धोनी ने अपनी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ अभ्यास शुरू भी किया था.
लेकिन कोरोना वायरस के कारण आईपीएल फिलहाल शुरू नहीं हो सका है और धोनी के भविष्य को लेकर भी कुछ स्पष्ट नहीं है.
अख्तर मानते हैं कि धोनी अब मझधार में फंसे हुए हैं क्योंकि हालात फिलहाल बदल गए हैं, लेकिन उन्हें सम्मानजनक विदाई देनी चाहिए. अख्तर ने कहा कि धोनी को वर्ल्ड कप के बाद एक फेयरवेल सीरीज खेलनी चाहिए थे और फिर अपने स्तर को ध्यान में रखते हुए क्रिकेट को अलविदा कहना चाहिए था.
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