क्राइस्टचर्च में हार के साथ ही टीम इंडिया के न्यूजीलैंड दौरे का निराशाजनक अंत हुआ. दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम भारत का न्यूजीलैंड ने अपने घर में 2-0 सफाया कर दिया. क्राइस्टचर्च में हुए सीरीज के दूसरे और आखिरी मैच के तीसरे ही दिन भारतीय टीम को 7 विकेट से हार झेलनी पड़ी. टीम इंडिया को वेलिंग्टन में हुए पहले टेस्ट में भी तीसरे ही दिन 10 विकेट से हार मिली थी.
न्यूजीलैंड में भारत की टेस्ट सीरीज में ये लगातार दूसरी हार है. इससे पहले 2014 के दौरे में भी भारत ने 1-0 से सीरीज गंवाई थी.
सोमवार 2 मार्च को भारतीय टीम ने दूसरी पारी के अपने स्कोर 90/6 से आगे खेलना शुरू किया और सिर्फ 47 मिनट में ही बचे हुए 4 विकेट गंवा दिए.
भारत की दूसरी पारी सिर्फ 124 रन पर सिमट गई. भारत को पहली पारी में 7 रन की बढ़त मिली थी, जिसके आधार पर भारत ने न्यूजीलैंड के सामने जीत के लिए 132 रन का लक्ष्य रखा.
न्यूजीलैंड ने लंच के बाद दूसरे सेशन में सिर्फ 2 विकेट गंवाकर आसान जीत हासिल कर ली. न्यूजीलैंड के लिए टॉम लैथम और टॉम ब्लंडेल की ओपनिंग जोड़ी ने 103 रन की साझेदारी की और जीत को तय किया. दोनों ने अर्धशतक जमाए.
भारतीय टीम को पहली पारी में बड़ी लीड हासिल न कर पाने की कमी खली, क्योंकि टीम ने न्यूजीलैंड के 3 विकेट हासिल कर लिए थे.
भारतीय टीम को पहली सफलता तब मिली, जब जीत हाथ से पूरी तरह निकल चुकी है. लैथम (52) को उमेश यादव ने आउट किया. उसके बाद केन विलियमसन भी ज्यादा देर नहीं टिके और जसप्रीत बुमराह (5) का शिकार बने.
जल्द ही बुमराह को एक और सफलता मिली. टीम को जीत की दहलीज पर पहुंचा चुके टॉम ब्लंडेल 55 रन बनाकर बुमराह की बेहतरीन गेंद पर बोल्ड हो गए.
पहली पारी में मिली थी बढ़त, दूसरी में ढेर
शनिवार 29 फरवरी से हुए टेस्ट सीरीज के दूसरे मुकाबले में भारत एक बार फिर टॉस हार गया और उसे पहले बैटिंग के लिए उतरना पड़ा. वेलिंग्टन टेस्ट के मुकाबले भारत की बैटिंग यहां बेहतर दिखी.
पृथ्वी शॉ (54), चेतेश्वर पुजारा (54) और हनुमा विहारी (55) के अर्धशतकों की मदद से भारत ने पहली पारी में 242 रन बनाए. हालांकि, इनके अलावा मयंक अग्रवाल, पृथ्वी शॉ, अजिंक्य रहाणे और ऋषभ पंत नाकाम रहे.
जवाब में भारतीय गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और न्यूजीलैंड को मौका नहीं दिया. सिर्फ 153 रन तक ही कीवी टीम के 7 विकेट भारत ने झटक लिए थे. हालांकि, आखिरी की 3 जोड़ियों ने मिलकर 78 रन की साझेदारी कर भारत को बड़ी लीड लेने से रोक दिया. न्यूजीलैंड ने 235 रन बनाए और भारत को 7 रन की बढ़त मिली.
पहली पारी के प्रदर्शन को देखते हुए उम्मीद थी कि दूसरी पारी में भारत ज्यादा बेहतर बैटिंग करेगा, लेकिन हुआ इसका ठीक उल्टा. दूसरे दिन का खेल खत्म होते-होते भारतीय टीम ने सिर्फ 90 रन पर 6 विकेट गंवा दिए.
तीसरे दिन भारत को मजबूत बढ़त दिलाने की जिम्मेदारी हनुमा विहारी और ऋषभ पंत के जिम्मे थी. दोनों विफल रहे. 97 के कुल स्कोर पर दोनों का पारियों का अंत हो गया. नौ रन बनाने वाले विहारी को साउदी ने आउट किया और चार रन बनाने वाले पंत को बोल्ट ने अपना शिकार बनाया.
108 के कुल स्कोर पर मोहम्मद शमी (5) साउदी का शिकार हो गए. विलियम्सन और बाउल्ट की जुगलबंदी ने बुमराह (4) को रन आउट कर भारतीय पारी का अंत किया. रवींद्र जडेजा 16 रन बनाकर नाबाद रहे.
2018 के बाद पहली सीरीज हार
भारतीय टीम की पिछले डेढ़ साल में ये पहली सीरीज हार है. आखिरी बार टीम इंडिया को इंग्लैंड के खिलाफ 2018 में हार मिली थी. इंग्लैंड में हुई उस सीरीज में भारतीय टीम ने 4-1 से सीरीज गंवाई थी.
इसके बाद से भारत ने वेस्टइंडीज को हुई घरेलू सीरीज में 2-0 से हराया था. वहां 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया को उसके ही घर में पहली बार 2-1 से सीरीज में मात दी थी.
2019 में टीम इंडिया एक भी सीरीज नहीं हारी. इस साल भारत ने पहले वेस्टइंडीज को वेस्टइंडीज में ही जाकर 2-0 से हराया था, जबकि साउथ अफ्रीका (3-0) और बांग्लादेश (2-0) को घरेलू सीरीज में मात दी थी.
वहीं आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप में भारतीय टीम पहली बार कोई सीरीज हारी है. भारत की ये चौथी टेस्ट सीरीज थी. हालांकि भारतीय टीम अभी भी 360 प्वाइंट्स के साथ सबसे ऊपर है, जबकि न्यूजीलैंड 180 प्वाइंट्स के साथ तीसरे नंबर पर पहुंच गया है.
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