क्राइस्टचर्च में न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में भारत को 7 विकेट से हार का सामना करना पड़ा. मैच के तीसरे दिन सोमवार 2 मार्च को न्यूजीलैंड ने भारत को दूसरी पारी में 124 रन पर समेट दिया, जिसके बाद न्यूजीलैंड को जीत के लिए 132 रन का लक्ष्य मिला. न्यूजीलैंड ने सिर्फ 3 विकेट गंवाकर आसानी से लक्ष्य हासिल कर लिया. इसके साथ ही न्यूजीलैंड ने 2 मैचों की सीरीज में 2-0 से कब्जा कर लिया.
करीब डेढ़ महीने के न्यूजीलैंड दौरे में भारतीय टीम ने टी20 सीरीज से शुरुआत की. 5 मैचों की सीरीज में भारत ने शानदार प्रदर्शन किया और मेजबान टीम का सफाया किया. इसके बाद हुई 3 मैचों की वनडे सीरीज में न्यूजीलैंड ने वापसी की और भारत का 3-0 से क्लीन स्वीप कर दिया.
21 फरवरी से दोनों टीमों के बीच 2 मैचों की टेस्ट सीरीज शुरू हुई. वेलिंग्टन में हुए पहले टेस्ट में भारतीय टीम ने पूरी तरह से सरेंडर कर दिया. न्यूजीलैंड ने तीसरे दिन ही भारत को 10 विकेट से घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया.
वहीं क्राइस्टचर्च टेस्ट में हार के साथ ही भारत के न्यूजीलैंड दौरा निराशा के साथ खत्म हुआ.
इस टेस्ट सीरीज में न्यूजीलैंड ने मैच के अलावा आंकड़ों में भी बाजी मारी और भारतीय खिलाड़ी रिकॉर्ड्स की रेस में भी पीछे ही रहे. ऐसे ही कुछ रिकॉर्ड्स पर एक नजर-
- इस सीरीज में 2-0 से जीत के साथ ही न्यूजीलैंड ने भारत के खिलाफ अपनी जमीन पर छठी टेस्ट सीरीज जीती है.
- दोनों टीमों के पिछली टेस्ट सीरीज 2016-17 में भारत में खेली गई थी. टीम इंडिया ने उस सीरीज में 3-0 से जीत दर्ज की थी.
- न्यूजीलैंड के कप्तान के तौर पर विलियमसन का भारत के खिलाफ ये चौथा मैच था. उन्होंने 2 मैच जीते और 2 हारे हैं.
- वहीं विराट कोहली की कप्तानी में भारत का न्यूजीलैंड के खिलाफ जीत का रिकॉर्ड 60 फीसदी है. कोहली की कप्तानी में भारत ने 5 मैच खेले, जिसमें 3 जीते और 2 हारे.
- विराट कोहली की कप्तानी में भारत तीसरी टेस्ट सीरीज हारा है. पहली बार 2017 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ साउथ अफ्रीका में ही 2-1 और फिर 2017-18 में इंग्लैंड के खिलाफ इंग्लैंड में ही 4-1 से सीरीज हार का सामना करना पड़ा था.
- दिसंबर 2017 से अब तक न्यूजीलैंड ने अपने घर में लगातार छठी टेस्ट सीरीज जीती है. कीवी टीम ने पहली बार ये उपलब्धि हासिल की है.
- न्यूजीलैंड में भारत और न्यूजीलैंड के खिलाफ 25 टेस्ट मैच खेले गए हैं. इसमें से न्यूजीलैंड ने 10 जीते, 5 हारे और 5 मैच ड्रॉ रहे.
- इस सीरीज में सबसे ज्यादा रन न्यूजीलैंड के ओपनर टॉम लैथम ने बनाए. लैथम ने 4 पारियों में 40.66 की औसत से 122 रन बनाए. वहीं भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन मयंक अग्रवाल ने बनाए. मयंक ने 25.50 की औसत से 4 पारियों में 102 रन बनाए हैं.
- टिम साउदी इस सीरीज में सबसे सफल गेंदबाज रहे. साउदी ने 4 पारियों में 14 विकेट लिए. इस दौरान उनका एवरेज 13.14 का रहा. वहीं भारत के लिए जसप्रीत बुमराह ने सबसे ज्यादा 6 विकेट (31.66 का औसत) लिए.
- बतौर कप्तान केन विलियमसन का टेस्ट में सफलता का औसत बढ़ा है. विलियमसन ने अभी तक 32 मैचों में कप्तानी की है, जिनमें से 18 जीते, 8 हारे और 6 ड्रॉ रहे. विलियमसन ने 56.25 फीसदी मैच जीते हैं.
- 2-0 से सीरीज हारने के बावजूद विराट कोहली की सफलता दर में ज्यादा कमी नहीं आई है. 65 टेस्ट में कप्तानी कर चुके कोहली अभी भी 60 फीसदी मैच (33) जीत चुके हैं. वहीं 12 में हार और 10 मैच ड्रॉ रहे हैं.
- विराट कोहली ने इस सीरीज में सिर्फ 9.50 की औसत से कुल 38 रन बनाए. कम से कम 2 टेस्ट मैचों की सीरीज में कोहली का ये दूसरा सबसे खराब औसत है. उनका सबसे खराब औसत 2016-17 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ था. तब 5 पारियों में कोहली ने 9.20 की औसत से सिर्फ 46 रन बनाए थे.
- इस सीरीज में में विराट ने 11 पारियों में सिर्फ 218 रन (19.81 औसत) बनाए. तीनों फॉर्मेट खेलते हुए ये कोहली का सबसे खराब प्रदर्शन है. इससे पहले 2014 में इंग्लैंड दौरे पर कोहली ने 18.14 की औसत से 15 पारियों में 254 रन बनाए थे.
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