टीम इंडिया के तेज गेंदबाज और रणजी में कर्नाटक की कप्तानी करने वाले विनय कुमार ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की. 37 वर्षीय कुमार ने भारत के लिए 31 वनडे, 9 टी20 और 1 टेस्ट मैच खेला है. वनडे में उनका आखिरी मैच 2013 में बेंगलुरु में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रहा. रणजी ट्रॉफी में उनकी कप्तानी में कर्नाटक ने 2013-14 और 2014-15 में दो बार इस टूर्नामेंट का खिताब जीता.
संन्यास के वक्त विनय कुमार ने क्या कहा?
कुमार ने सोशल मीडिया में पोस्ट कर लिखा, "दावेनगेरे एक्सप्रेस' जो 25 वर्षो से चल रही थी और उसने क्रिकेट के कई स्टेशनों को पार किया, वो आज उस स्टेशन पर पहुंच गई जिसे रिटारमेंट कहते हैं." उन्होंने लिखा, "यह आसान फैसला नहीं था. हालांकि, हर एक खिलाड़ी के जीवन में एक दिन ऐसा आता है जहां उसे यह निर्णय लेना पड़ता है. मैं विनय कुमार अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा करता हूं."
17 साल के लंबे प्रथम श्रेणी करियर पर 'द एंड'
कुमार ने 2004 में रणजी ट्रॉफी मैच में बंगाल के खिलाफ कर्नाटक के लिए खेलते हुए अपने क्रिकेट की शुरुआत की थी. अपने 17 साल के लंबे प्रथम श्रेणी करियर में उन्होंने 139 मैचों में 22.44 के औसत से 504 विकेट लिए. कुमार ने आईपीएल के 11 सत्र भी खेले. वह कोच्चि टस्कर्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की ओर से खेले. उन्होंने आईपीएल में 105 विकेट झटके.
वनडे में कुमार ने 38 विकेट और टी20 में 10 विकेट लिए. अपने एकमात्र टेस्ट में उन्होंने एक विकेट लिया.
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