जिस देश का मुखिया खुद एक क्रिकेटर हो उस मुल्क में अगर लोग पाकिस्तान की शर्मनाक हार से नाराज हैं तो गलती फैंस की नहीं. गलती उन पूर्व क्रिकेटर्स की भी नहीं जिन्होंने अपने खेल के दम पर पाकिस्तान को क्रिकेट की बड़ी ताकत बनाया था. गलती मैदान में पिट रहे खिलाड़ियों की भी कम ही है क्योंकि एक तो वो मैदान में अपने से कहीं ज्यादा ताकतवर टीम के साथ खेल रहे हैं. दूसरे उन विदेशी पिचों पर पाकिस्तान की हालत हमेशा ही खराब रही है. तीसरे हर किसी खिलाड़ी के मन में असुरक्षा की भावना है.
दरअसल, गलती है उस सिस्टम की. जो पिछले कुछ समय में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने तैयार किया है. बात को आगे बढ़ाएं इससे पहले बता दें कि ब्रिसबेन में खेले गए टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को एक पारी और पांच रनों के बड़े अंतर से हराया. ये हार पाकिस्तान को टेस्ट मैच के चौथे दिन ही झेलनी पड़ी. वो भी तब जबकि दूसरी पारी में बाबर आजम ने एक संघर्ष भरा शतक लगाया. इसके अलावा विकेटकीपर मोहम्मद रिजवान ने 95 रनों की शानदार पारी खेली.
अब बात करते हैं उस सिस्टम की जिसका जिक्र हमने अभी थोड़ी देर पहले किया था. इस सिस्टम की देन हैं- नसीम शाह. नसीम शाह की उम्र बताई जा रही है 16 साल 282 दिन.
अगर आप नसीम शाह के नाम से परिचित नहीं हैं तो आपको बता दें कि उन्हें पाकिस्तान क्रिकेट का नया सबसे खतरनाक गेंदबाज बताया जा रहा है. इस बात का हो-हल्ला मचा हुआ था कि नसीम शाह के पास रफ्तार के साथ साथ हर वो हथियार है जो उन्हें पाकिस्तान के महान तेज गेंदबाजों की श्रेणी में जल्दी ही ले आएगा. एक नजर ब्रिसबेन टेस्ट में नसीम शाह के प्रदर्शन पर...
पहली बार में नहीं दिखा नसीम का जलवा
- ब्रिसबेन टेस्ट में नसीम शाह ने 20 ओवर में 68 रन देकर सिर्फ 1 विकेट लिया
- डेविड वॉर्नर को जब पहली बार आउट किया तो वो नो-बॉल निकली. बाद में वॉर्नर ने 154 रन बनाए.
अब आते हैं नसीम शाह से जुड़े दूसरे मुद्दे पर. नसीम शाह की उम्र को लेकर पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शोएब अख्तर ने ही कह दिया- उम्र कुछ ज्यादा ही कम लिखा दी. शोएब ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर बाकयदा कहा कि 16 साल की उम्र में तेज गेंदबाजी के लिए जिस तरह शरीर डेवलप होना चाहिए वो हो नहीं सकता. उनके कहने का मतलब ये था कि बाजुओं में और पैरों में तेज गेंदबाजी के लिए जो जान चाहिए वो 16 साल की उम्र में नहीं आ सकती है.
उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि वो खुद 16 साल की उम्र में ऐसी गेंदबाजी के बारे में नहीं सोच सकते थे. उन्होंने नसीम शाह को घरेलू क्रिकेट से सीधा उठाकर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डालने के लिए सेलेक्टर्स को कटघरे में खड़ा किया.
उन्होंने कहा कि उनके समेत पाकिस्तान के जितने भी बड़े गेंदबाज हुए उन्होंने सैकड़ों विकेट घरेलू क्रिकेट में लिए तब जाकर उन्हें पाकिस्तान के लिए खेलने का मौका मिला था. खैर, आप ये बातचीत उनके यू-ट्यूब चैनल पर भी सुन सकते हैं.
कहानी में और भी ट्विस्ट हैं
पाकिस्तान के मशहूर अखबार द डॉन में साल 2016 में एक लेख छपा था. इस लेख में वेस्टइंडीज के गेंदबाज एंडी रॉबर्ट्स का इंटरव्यू है. जिसमें लिखा है कि वो 16 साल के नसीम शाह को देखकर चौंक गए. अब उस लेख के मुताबिक नसीम की उम्र आज से तीन साल पहले भी 16 साल ही थी, फिर तीन साल बाद भी वो 16 साल के ही हैं.
इसके अलावा 1 दिसंबर 2018 का साज सदीक का एक ट्वीट भी इन दिनों पाकिस्तान में खूब घूम रहा है. साज सादिक एक पत्रकार हैं. उन्होंने उस ट्वीट में लिखा था 17 साल के नसीम शाह को पाकिस्तान सुपर लीग के लिए क्वेटा ग्लैडिएटर ने साइन किया था लेकिन उन्हें इंजरी हो गई है. उनके इसी ट्वीट को लेकर भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने सोशल मीडिया में फिरकी ली. उन्होंने लिखा- लगता है नसीम शाह की उम्र पीछे की तरफ जा रही है.
नसीम शाह की उम्र को लेकर ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने भी पिछले दिनों में काफी चुटकियां ली हैं. हालांकि पिछले दिनों जब उनकी मां का इंतकाल हो गया और उन्होंने वापस लौटने की बजाए टीम के साथ रूकने का फैसला किया तो उनकी तारीफ भी हुई लेकिन उनके प्रदर्शन को देखकर उनके प्रति सहानुभूति का जो रवैया पाकिस्तानी फैंस में था वो अब खत्म हो रहा है. घूमा-फिराकर बात सिस्टम पर आती है.
अगर नसीम शाह उम्र गलत बताकर खेल रहे हैं तो इसकी जांच कराना पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की जिम्मेदारी है. अगर वो गलत करते पकड़े जाते हैं तो उन्हें सजा देना भी पीसीबी की जिम्मेदारी है.
लेकिन ये जिम्मेदारी पीसीबी कैसे उठाएगा?
ये सवाल इसलिए उठता है क्योंकि जिस बोर्ड में पिछले दो-तीन महीने से कर्मचारियों को सैलेरी ना मिली हो, जिस देश में खिलाड़ी ऑटो रिक्शा चलाने को मजबूर हों, जिस देश के बोर्ड के मुखियाओं पर कई सौ करोड़ के घोटाले का आरोप वहां की सीएजी ने लगाया हो, जिस देश की बोर्ड को हेड कोच, चीफ सेलेक्टर और बैटिंग कंसलटेंट के लिए एक ही खिलाड़ी मिलता हो उस देश के टीम में अगर कोई खिलाड़ी उम्र छिपाकर खेल भी रहा है तो उसकी जांच करना बोर्ड की प्राथमिकताओं में कैसे होगा?
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