मिताली राज और रमेश पोवार के विवाद में महिला क्रिकेट टीम के कोच रमेश पोवार की छुट्टी हो गई है. भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कोच रमेश पोवार का कार्यकाल शुक्रवार तक ही था और बोर्ड ने उनका कार्यकाल आने नहीं बढ़ाने का फैसला किया है.
नाराज हैं बीसीसीआई अधिकारी
रमेश का कॉन्ट्रैक्ट शुक्रवार को खत्म हो गया. सूत्रों के मुताबिक बीसीसीआई अधिकारी पोवार के रवैये से नाराज हैं. जिस तरह से अच्छे फार्म में होने के बावजूद मिताली को टीम में नहीं लिया गया और पोवार ने उन्हें बता भी दिया कि मुंबई से बोर्ड के किसी असरदार अधिकारी के कहने पर ही मिताली को टीम से निकाला था.
क्या है विवाद ?
देश की सीनियर महिला क्रिकेटर और वनडे कप्तान मिताली राज ने टीम के कोच रमेश पोवार पर उन्हें अपमानित करने का आरोप लगाया था. इसके अलावा उन्होंने प्रशासकों की समिति की सदस्य डायना एडुल्जी पर भी पक्षपात करने के गंभीर आरोप लगाए थे. मिताली ने कहा था कि एडुल्जी और कोच रमेश पोवार दोनों का रवैया उनके खिलाफ पक्षपातपूर्ण था और वे उन्हें बर्बाद करने की कोशिश कर रहे हैं.
पोवार ने कहा मिताली नहीं देतीं टीम में योगदान
भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कोच रमेश पोवार ने बुधवार को ये स्वीकार किया कि उनके और सीनियर खिलाड़ी मिताली राज के संबंध 'तनावपूर्ण' हैं. उन्होंने साफ किया कि वर्ल्ड टी-20 सेमीफाइनल में उन्हें बाहर करना पूरी तरह से क्रिकेट से जुड़ा था. मिताली अलग थलग रहती थीं और टीम के फैसलों में योगदान नहीं देती थीं. ये बाते उन्होंने बीसीसीआई को सौंपी रिपोर्ट में कही.
मेरे जीवन का सबसे काला दिन - मिताली
रमेश पोवार के दिए बयानों के बाद मिताली राज ने उन पर पलटवार करते हुए कहा कि 'ये उनके जीवन का सबसे काला दिन है. 'मेरी खेल प्रतिबद्धता पर सवाल उठाए जा रहे हैं. खेलों में बिताई गई 20 साल की जिंदगी पर लगाए जा रहे कलंक से मैं आहत हूं. मिताली ने कहा आज मेरी देशभक्ति पर शक किया जा रहा है, मेरे कौशल पर सवाल उठाए जा रहे हैं. ये सब मेरे लिए एक काला दिन जैसा है.
गावस्कर ने किया था मिताली का समर्थन
मिताली राज के समर्थन में पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर आए. एक बातचीत में सुनील गावस्कर ने कहा कि उन्हें मिताली के लिए खेद है, वो अनुभवी खिलाड़ी हैं और 20 साल उन्होंने भारतीय टीम को दिए हैं. वो एक बार चोटिल हुई मगर फिर अगले मैच के लिए वो ठीक थीं. ग्रुप मैचों में लगातार अर्द्धशतक लगाने के बावजूद उन्हें टीम से निकाला जाना अजीब था.
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