रणजी ट्रॉफी के नए सीजन के अपने पहले मैच में ही मुंबई ने बड़ौदा को 309 रन के विशाल अंतर से हरा दिया. हालांकि मैच के आखिरी दिन बड़ौदा की पारी के दौरान मुंबई के अजिंक्य रहाणे और बड़ौदा के यूसुफ पठान के बीच मैदान पर ही बहस हो गई.
वडोदरा में हो रहे इस मैच के आखिरी दिन गुरुवार 12 दिसंबर को मुंबई से मिले 534 रन के लक्ष्य के सामने बड़ौदा की दूसरी पारी सिर्फ 224 रन पर सिमट गई.
बड़ौदा की टीम अपनी दूसरी पारी में 5 विकेट गंवा चुकी थी और हार टालने के लिए संघर्ष कर रही थी. इस वक्त बड़ौदा का स्कोर 5 विकेट पर 197 रन था.
मुंबई के स्पिनर शशांक अतरडे के ओवर की दूसरी गेंद पर यूसुफ ने फॉरवर्ड डिफेंस खेलने की कोशिश की, लेकिन गेंद उनके पैड से लगी और शॉर्ट लेग पर खड़े जय बिस्टा ने आसानी से लपक लिया. अंपायर ने यूसुफ को आउट दे दिया.
यूसुफ इस फैसले से खफा दिखे और पवेलियन के लिए नहीं लौटे. वो क्रीज पर ही अपनी नाराजगी जता रहे थे. ऐसे में भारतीय टीम के उप-कप्तान और मुंबई के बल्लेबाज रहाणे ने यूसुफ के पास जाकर उनसे कुछ बात की. यहां पर दोनों की बहस बढ़ गई.
ऐसे में मुंबई के खिलाड़ियों को बीच-बचाव के लिए उतरना पड़ा और वो रहाणे को वहां से दूर ले गए.
यूसुफ को सिर्फ 14 रन बनाकर पवेलियन लौटना पड़ा और कुछ ही देर पर बड़ौदा की पूरी पारी सिर्फ 224 रन पर ढेर हो गई.
इससे पहले मुंबई ने दूसरी पारी में पृथ्वी शॉ के शानदार पहले दोहरे शतक (202) और कप्तान सूर्यकुमार यादव के शतक (102) रन की मदद से 404 रन पर पारी घोषित की. मुंबई को इस जीत के बाद 6 प्वाइंट्स मिले हैं.
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