न्यूजीलैंड के खिलाफ क्राइस्टचर्च टेस्ट के दूसरे दिन भारतीय टीम बॉलिंग और फील्डिंग में कमाल दिखाया. भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को सिर्फ 235 रन पर समेट कर 7 रन की बढ़त हासिल की और इसमें बड़ा योगदान रहा रविंद्र जडेजा के हैरतअंगेज कैच का.
हेग्ले ओवल मैदान में रविवार 1 मार्च को मैच के दूसरे दिन भारतीय टीम ने दूसरे सेशन में न्यूजीलैंड के 7 विकेट सिर्फ 177 रन पर गिरा दिए. तब ऐसा लगा कि भारतीय टीम 200 रन से पहले ही न्यूजीलैंड को रोक लेगी, लेकिन नील वैग्नर और काइल जैमिसन ने ऐसा होने नहीं दिया.
दोनों ने 51 रनों की बेहद अहम साझेदारी कर टीम को मुश्किल से बाहर निकाला. ये साझेदारी खतरनाक हो रही थी और टीम इंडिया इसको तोड़ने के लिए बेचैन थी. ऐसे में टी-ब्रेक से ठीक 2 ओवर पहले वो मौका आया.
मोहम्मद शमी की शॉर्ट बॉल को वैग्नर ने पुल किया, लेकिन डीप स्क्वेयर लेग पर खड़े रविंद्र जडेजा एक कदम पीछे हटे और हवा में उछल गए. पीछे की तरफ गिरते हुए उन्होंने एक हाथ से ही शानदार कैच ले लिया.
जडेजा का ये कैच देखकर वैग्नर से लेकर भारतीय खिलाड़ी और कमेंटेटर्स तक सब हैरान थे. जडेजा के इस कैच के साथ ही भारत ने अगले 7 रनों के अंदर आखिरी विकेट भी हासिल कर लिया.
जडेजा ने जैसे ही ये कैच लिया ट्विटर पर सब एक बार फिर उनकी तारीफ करने लगे. यहां तक कि उनको महान साउथ अफ्रीकी फील्डर जॉन्टी रोड्स के समान बताया जाने लगा.
न्यूजीलैंड की पारी खत्म होने के बाद टीवी प्रेजेंटर से बात करते हुए जड्डू ने खुद कहा कि उन्हें भी एहसास नहीं हुआ था कि उन्होंने ये कैच लपक लिया है.
“मुझे लग रहा था कि वो (वैग्नर) डीप स्क्वेयर लेग की रन मारेगा, लेकिन मैंने ये नहीं सोचा था कि बॉल इतनी तेजी से आएगी. हवा के सहारे बॉल काफी रफ्तार से आई और मैंने अपना हाथ उठा दिया. मुझे पता भी नहीं चला था कि मैंने कैच ले लिया है.”रविंद्र जडेजा
इससे कैच से पहले इसी पारी में जडेजा ने बीजे वॉटलिंग का भी प्वाइंट पर शानदार कैच लिया था.
जडेजा को वैसे भी मौजूदा वक्त में दुनिया के सबसे सुरक्षित फील्डर में माना जाता है और कई बार वो अपने कैच और रन आउट से ये साबित भी कर चुके हैं.
क्राइस्टचर्च टेस्ट में भारत ने न्यूजीलैंड पर पहली पारी के आधार पर 7 रन की बढ़त हासिल की, लेकिन दूसरी पारी में भारतीय टीम बुरी तरह लड़खड़ा गई और सिर्फ 90 रन पर 6 विकेट गंवा दिए.
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