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विशाखापत्तनम में शानदार शतक के पीछे रोहित शर्मा ने बताई खास वजह

रोहित शर्मा ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पहला शतक लगाया

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टेस्ट में पहली बार सलामी बल्लेबाजी कर शतक जमाने वाले भारत के रोहित शर्मा का कहना है कि ओपनिंग के लिए जाते समय उनका दिमाग एकदम तरोताजा रहता है, इसलिए पैड पहन कर सीधे बल्लेबाजी करने जाने वाला खेल सूट करता है.

रोहित ने साउथ अफ्रीका के साथ विशाखापत्तनम के एसीए-वीसीए स्टेडियम में बुधवार 2 अक्टूबर से शुरू हुए पहले टेस्ट मैच के पहले दिन नाबाद 115 रन बनाए हैं. वह पहली बार टेस्ट में सलामी बल्लेबाजी कर रहे हैं और पहले ही मौके पर उन्होंने शतक ठोका.

यह रोहित का बतौर सलामी बल्लेबाज पहला और कुल चौथा टेस्ट शतक है. मैच के बाद रोहित ने कहा कि वह पैड पहन सीधा विकेट पर बल्लेबाजी करना पसंद करते हैं.

“मेरे गेम को यह सूट करता है कि मैं पैड पहन कर जाकर सीधे बल्लेबाजी करूं. मैं पहले जब पांच या छह नंबर पर बल्लेबाजी करता था तो मैं यह नहीं कह सकता कि वह मुझे सूट नहीं किया, लेकिन सलामी बल्लेबाजी के समय आपका दिमाग एकदम तरोताजा रहता है. आपको पता है कि आपको नई गेंद खेलनी है. गेम प्लान थोड़ा आसान रहता है. छह नंबर पर आप जाते हैं तो गेंद रिवर्स स्विंग होती है, फील्ड प्लेसमेंट अलग होती है. आपको रन सामने बनाने पड़ते हैं. मुझे लगता है कि मेरे खेल के लिए सीधा पैड पहन खेलने जाना सूट करता है.”

पहले दिन हालांकि बारिश ने खेल पूरा नहीं होने दिया और आखिरी सत्र का खेल हुए बगैर दिन के खेल की समाप्ति की घोषणा कर दी गई. भारत ने चायकाल तक 59.1 ओवरों में बिना कोई विकेट खोए 202 रन बना लिए थे. तभी बारिश आ गई और चायकाल की घोषणा कर दी गई.

इसके बाद भी बारिश जारी रही और खेलने लायक स्थिति न बनता देख अंपायरों ने एक सत्र पहले ही दिन का खेल खत्म करने की घोषणा कर दी.

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स्ट्राइक रोटेट करने पर था ध्यान

रोहित ने अपने सलामी जोड़ीदार मयंक अग्रवाल के साथ भारत को मजबूत शुरुआत दिलाई. मयंक 183 गेंदों पर 11 चौके और दो छक्कों की मदद से 84 रन बनाकर खेल रहे हैं.

पहले दिन की बल्लेबाजी पर रोहित ने कहा,

“हमने दोनों स्पिनरों को देखा और महसूस किया कि गेंद ज्यादा टर्न नहीं कर रही है और न ही विकेट में ज्याद उछाल है तो हमने अपने कदमों का इस्तेमाल किया. हम गेंद के पास जाकर उसे मारना चाहते थे. मैंने फिर अपना खेल खेला. आपने आज जो देखा वह मेरा खेल है. मैं ऐसे ही खेलता हूं. मैं अपने खेल पर टिका रहा. मैं और मयंक ओवरों के बीच में यही बात कर रहे थे कि हम किस तरह गैप निकालें और स्ट्राइक रोटेट करें, क्योंकि इस तरह की धीमी पिच पर स्ट्राइक रोटेट करना जरूरी है, ताकि गेंदबाज अपनी लय हासिल न कर पाए.”

रोहित ने अभी तक 174 गेंदों का सामना किया है और 12 चौकों सहित पांच छक्के लगाए हैं. इसके साथ ही रोहित ने बतौर ओपनर टेस्ट, वनडे और टी20 क्रिकेट में शतक लगाने का भी रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है.

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