'क्रिकेट के भगवान' सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) आज अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं. आज ही के दिन 1973 में मुंबई में सचिन तेंदुलकर का जन्म हुआ था. 'मास्टर ब्लास्टर' के नाम से मशहूर सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट के मैदान पर कई ऐसे रिकॉर्ड्स बनाए जिसे तोड़ पाना आज भी मुश्किल है. जितने रोचक उनके रिकॉर्ड्स हैं उससे भी रोचक उनके जीवन से जुड़े किस्से हैं. चलिए सचिन तेंदुलकर के जन्मदिन पर आपको उनके जीवन से जुड़ी कुछ अनटोल्ड बातें बताते हैं.
सचिन के पिता रमेश तेंदुलकर संगीतकार सचिन देव बर्मन के फैन थे, इसलिए उनका नाम सचिन रखा गया.
सचिन तेंदुलकर ने विनोद कांबली के साथ स्कूल क्रिकेट में ही वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया था. दोनों ने शारदाश्रम स्कूल के लिए खेलते हुए तीसरे विकेट के लिए 664 रन जोड़े थे.
सचिन तेंदुलकर जब 14 साल के थे तब सुनील गावस्कर ने अपने पैड की एक जोड़ी उन्हें गिफ्ट में दी थी. ये पैड बाद में चोरी हो गए थे जबकि सचिन अंडर-15 नेशनल कैंप में थे.
सचिन पहली बार सौरव गांगुली से इंदौर के अंडर-15 नेशनल कैंप में मिले थे
सचिन तेज गेंदबाज बनना चाहते थे. लेकिन डेनिस लिली ने उन्हें MRF पेस फाउंडेशन से लौटा दिया था.
सचिन ने महज 16 साल की उम्र में भारत के लिए अपना डेब्यू किया था. 15 नवंबर 1989 को पाकिस्तान के खिलाफ पहला मैच खेला था. पहली पारी में सचिन ने 15 रन बनाए थे. तेंदुलकर का विकेट वकार युनूस ने लिया था.
सचिन पाकिस्तान के खिलाफ अपने पहले वनडे मैच में शून्य पर आउट हो गए थे.
1990 में 17 साल की उम्र में इंग्लैंड दौरे से लौटते समय सचिन पहली बार अपनी पत्नी अंजलि से मुंबई एयरपोर्ट पर मिले थे. सचिन ने 22 साल की उम्र में शादी कर ली थी.
सचिन के ससुर सात बार के नेशनल ब्रिज चैंपियन हैं.
सचिन की बेटी 'सारा' का नाम सचिन की कप्तान में जीता गया पहला टूर्नामेंट- 1997 में 'सहारा' कप के नाम पर रखा गया है.
सचिन ने श्रद्धाश्रम विद्यामंदिर की ओर से खलते हुए अपना पहला शतक शिवाजी पार्क में हैरिस शील्ड क्वार्टर फाइनल में डॉन बॉस्को स्कूल, माटुंगा के खिलाफ बनाया था.
साल 1987 में बॉम्बे रणजी ट्रॉपी के 36 संभावितों की सूची में सचिन और गावस्कर दोनों के नाम थे.
भारत में आयोजित 1987 विश्व कप के दौरान सचिन बॉल बॉय में से एक थे.
सचिन ने अपना पहला टेस्ट शतक इंग्लैंड के खिलाफ 1990 में मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में बनाया था.
1999 में पाकिस्तान के खिलाफ कोटला टेस्ट में कुंबले ने 10 विकेट झटके थे. इस मैच के दौरान जब भी तेंदुलकर ने ओवर की शुरुआत में कुंबले का स्वेटर और टोपी अंपायर को सौंपी तो कुंबले ने विकेट लिया. इसके बाद सचिन तब तक ऐसा करते रहे जब तक कुंबले ने सभी 10 विकेट नहीं ले लिए.
1992 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में सचिन तीसरे अंपायर द्वारा आउट दिए जाने वाले पहले बल्लेबाज थे.
MRF सचिन, ब्रायन लारा और स्टीव वॉ सभी के बल्ले का प्रायोजक था. लारा के बल्ले को 'विजार्ड', वॉ का 'चैंपियन' और सचिन का 'जीनियस' कहा जाता था.
2003 में 'स्टंप्ड' नाम की एक बॉलीवुड फिल्म में सचिन गेस्ट अपियरेंस के तौर नजर आए थे.
2008 में सचिन एक ऑस्ट्रेलियाई रियलिटी टेलीविजन सीरीज An Aussie Goes Bolly में दिखाई दिए थे.
सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा वर्ल्ड कप खेले हैं. सचिन ने कुल 6 वर्ल्ड कप में अपना जलवा दिखाया है. उन्होंने पहली बार 1992 वर्ल्ड कप खेला और उसके बाद उन्होंने साल 1996,1999, 2003, 2007 और 2011 तक वर्ल्ड कप खेले. 2011 में सचिन अपना पहला वर्ल्ड कप जीतने में कामयाब रहे.
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