अपने करियर की शुरुआत से ही पाकिस्तान के ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी और उनके विवाद क्रिकेट की दुनिया का खास हिस्सा रहे हैं. सिर्फ ‘16 साल’ की उम्र में 37 बॉल पर वनडे क्रिकेट का सबसे तेज शतक जड़ने से लेकर, बॉल चबाने तक और रिटायरमेंट लेकर फिर वापसी करना, ये सब अफरीदी के करियर की हाईलाईट्स में से रहे हैं. उनके बयान भी अक्सर विवाद या मजाक का कारण बनते रहे हैं. अब एक बार फिर अफरीदी विवाद में आ गए हैं.
23 साल तक छुपाए रखा सच
शाहिद अफरीदी ने अपनी आत्मकथा 'गेम चेंजर' में एक बड़े झूठ से पर्दा हटाया है, जिसे वह अपने क्रिकेट करियर में अभी तक छुपाते हुए आए थे. अफरीदी की उम्र क्रिकेट की दुनिया के बड़े रहस्यों में से एक है. जितना इस पर सवाल उठा है, उतना ही इस पर अफरीदी का मजाक भी उड़ाया गया है. अब अफरीदी ने इस बड़े झूठ से पर्दा हटाया है. अफरीदी ने अपनी आत्मकथा में कहा है कि आधिकारिक दस्तावेजों में उनकी गलत उम्र दर्ज है.
वेबसाइट ईएसपीएन क्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक,
अफरीदी ने अपनी आत्मकथा मे लिखा है कि वह 1975 में जन्में थे ना कि 1980 में. हालांकि, पाकिस्तान के पूर्व कप्तान अफरीदी ने अपनी जन्म की तारीख और महीना नहीं बताया है, लेकिन इससे एक बात साबित हो गई है कि अफरीदी अभी तक झूठी उम्र के साथ क्रिकेट खेल रहे थे. अफरीदी ने 1996 मेंअंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था तब उनकी उम्र 16 साल की बताई गई थी.
अफरीदी ने अपनी आत्मकथा में लिखा है-
“रिकार्ड में मैं 19 साल का था ना कि 16 साल का. मेरा जन्म 1975 में हुआ है. हां, अधिकारियों ने मेरी उम्र गलत दर्ज की थी.”
हालांकि अफरीदी के इस बयान के बाद और भी कंफ्यूजन हो जाता है क्योंकि अफरीदी कह रहे हैं कि उनका जन्म 1975 में हुआ है. इस लिहाज से अपने डेब्यू के वक्त वह 20 या 21 साल के थे, लेकिन खुद अपनी किताब में कह रहे हैं कि वह 19 साल के थे. अफरीदी के इस खुलासे के बाद सवाल उठता है कि क्यों उन्होंने अभी तक अपनी उम्र छुपाई हुई थी. इसके साथ ये सवाल भी सामने आता है कि क्या आईसीसी इसको लेकर कोई फैसला लेगा?
अफरीदी की आत्मकथा 4 मई को कराची में लॉन्च होगी. अफरीदी ने 2016 टी-20 विश्व कप के बाद संन्यास ले लिया था. अफरीदी अभी भी कुछ टी20 लीग में खेलते हैं.
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