2021 अपनी खट्ठी मीठी यादों के साथ अलविदा कहने को तैयार है, लेकिन खेल जगत और खासकर क्रिकेट (Cricket) के लिए इस साल को भुला पाना मुश्किल है. कोरोना ने जहां 2020 में क्रिकेट पर पूरी तरह से ब्रेक लगा दिया तो 2021 कोरोना के बावजूद इस खेल के लिए वापसी का साल रहा. इक्का-दुक्का उदाहरणों को छोड़ दें तो इस साल देशों ने क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित करावाए और सफलतापूर्वक समाप्त भी हुए.
लेकिन एक चीज जिससे क्रिकेट का गहरा नाता है वो इस साल भी पूरी तरह देखने को मिला. हम बात कर रहे हैं क्रिकेट में होने वाले विवादों की. 2021 में क्रिकेट में मैदान और मैदान के बाहर कई तरह के विवाद देखने को मिले. हम आपके लिए ऐसे ही पांच बड़े विवाद लेकर आए हैं जो 2021 में छाए रहे...
1. अजीम रफीक के खिलाफ नस्लवाद की घटना से हिला इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड
क्रिकेटर अजीम रफीक के साथ हुआ नस्लवाद कांड ने विश्व क्रिकेट में इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड की छवि को बुरी तरह से प्रभावित किया है. दिसंबर 2020 में, रफीक ने नस्ल के आधार पर सीधे भेदभाव और उत्पीड़न के लिए यॉर्कशायर क्लब के खिलाफ कानूनी शिकायत दर्ज की थी.
उन्होंने ये दावा किया कि उनके खेल के वर्षों (2008-2018) के दौरान क्लब ने उनके साथ नस्लवाद की कई घटनाओं को अंजाम दिया जिससे परेशान होकर वो आत्महत्या के लिए भी सोच रहे थे.
हालांकि क्लब ने जून 2021 में न्यायिक मध्यस्थता की प्रक्रिया के जरिए इसे सुलझाने की कोशिश की. जुलाई 2021 में इस घटना ने पूरी तरह से अलग मोड़ ले लिया, जब यॉर्कशायर ने अनुचित व्यवहार का शिकार होने के आधार पर माफी तो जारी की, लेकिन नस्लवाद के आरोपों से इनकार कर दिया. हालांकि, रफीक ने बिना रुके लड़ाई जारी रखी और आखिरकार पूरे मामले को सार्वजनिक कर दिया.
कुल मिलाकर, इस पूरे विवाद के रूप में केवल क्लब के अध्यक्ष को इस्तीफा देना पड़ा, साथ ही यॉर्कशायर को किसी भी अंतरराष्ट्रीय फिक्स्चर की मेजबानी करने से रोक दिया गया. यहां तक कि इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन पर भी इस पूरे नस्लवाद प्रकरण में आरोप लगाया गया है.
2. ऑस्ट्रेलिया में मोहम्मद सिराज के उपर दर्शकों की नस्लभेदी टिप्पणी
इसमें कोई शक नहीं है कि ऑस्ट्रेलिया में भारत की ऐतिहासिक 2021 टेस्ट सीरीज जीत बहुत ही शानदार थी. कप्तान अजिंक्य रहाणे और बाकी खिलाड़ियों को एक के बाद एक चोटों के कारण एक प्लेइंग इलेवन बनाने में संघर्ष करना पड़ा, और ऑफ-फील्ड भारतीय टीम को बायो-बबल और प्रतिबंधों ने भी खूब परेशान किया.
इसी सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच के दौरान हालांकि भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के उपर ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों ने नस्लवादी टिप्पणियां कि जिसके बाद जमकर विवाद हुआ.
चौथे दिन के खेल में, जब सिराज ने अपने कप्तान के पास इसकी शिकायत की तो अंपायरों ने कुछ समय के लिए खेल को रोकने का फैसला किया. चौथे दिन के खेल के इस विवादास्पद घटना के बाद स्थानीय अधिकारियों और पुलिस ने इसकी जांच की. इसके बाद भीड़ में से लगभग छह लोगों की पहचान करके उन्हें स्टेडियम से बाहर करना पड़ा.
3. न्यूजीलैंड का पाकिस्तान दौरा रद्द करना
पाकिस्तान और उसके क्रिकेट फैंस के लिए, फिर से घर पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट होते देखना उनका सपना रहा है. पिछले पांच वर्षों से पीसीबी ने अपने पड़ोसियों (श्रीलंका) या कुछ विदेशी देशों की मेजबानी करी भी है. लेकिन जब न्यूजीलैंड जैसी भारी टीम भी पाकिस्तान का दौरा करने के लिए तैयार हुई, तो कई घटनाओं के लचते इस दौरे पर ब्रेक लग गया. न्यूजीलैंड की टीम सितंबर 2021 में तीन एकदिवसीय और पांच टी20 मैच खेलने के लिए पाकिस्तान पहुंची थी. 17 सितंबर को पहले एकदिवसीय मैच से एक दिन पहले टीम दोनों टीमें तैयार थी.
हालाँकि, अगले दिन जब एकदिवसीय मैच दोपहर 2:30 बजे शुरू होने वाला था, तब न्यूजीलैंड की टीम खेल के निर्धारित समय से आधे घंटे पहले तक मैदान पर नहीं पहुंची. बाद में NZ क्रिकेट बोर्ड ने एक बयान जारी किया जहां सुरक्षा कारणों से दौरे को छोड़ने की घोषणा की गई थी. कुल मिलाकर, पीसीबी और अन्य सुरक्षा अधिकारियों के लाल कालीन बिछाए जाने के बावजूद, NZ टीम ने दौरे को 2022 तक के लिए स्थगित कर दिया.
4. टिम पेन का सेक्सटिंग स्कैंडल
एशेज शुरू होने से लगभग तीन हफ्ते पहले ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट कप्तान टिम पेन एक सेक्सटिंग स्कैंडल में फंस गए. ये घटना वास्तव में 2017 की है और जिसमें टिम पेन के उपर अपनी साथी महिला सहकर्मी को सेक्सुअल ग्राफिक भेजने का आरोप लगा. ये घटना इस साल जाकर सामने आई जिसके बाद टिम पेन बुरी तरह विवादों में आ गए.
इस घटना की चर्चा पब्लिक डोमेन में होने लगी, यहां तक कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को भी इसे अच्छी तरह से नहीं संभालने के लिए आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा. नतीजतन,
इस संवेदनशील घटना के बाद न केवल टिम पेन को अपनी कप्तानी से इस्तीफा देना पड़ा, बल्कि उन्होंने खेल से अनिश्चितकाल के लिए ब्रेक ले लिया.
5. विराट को हटाकर रोहित को ODI कप्तान बनाने का BCCI का फैसला
रोहित शर्मा को अगला एकदिवसीय कप्तान बनाने के बीसीसीआई के एक चौंका देने वाले फैसले ने विराट कोहली और बोर्ड के बीच एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया. रिपोर्टों के अनुसार, BCCI अध्यक्ष ने दावा किया था कि चयनकर्ताओं ने कोहली से T20I कप्तान के रूप में पद छोड़ने का अनुरोध नहीं किया था क्योंकि वे सफेद गेंद के दो अलग-अलग कप्तान नहीं रखना चाहते थे. लेकिन जब विराट कोहली ने साउथ अफ्रीका दौरे से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चयनकर्ताओं या बीसीसीआई अध्यक्ष द्वारा इस तरह के किसी भी बयान से इंकार किया तो पूरी घटना विराट कोहली बनाम बीसीसीआई हो गई.
इसमें विराट ने ये भी दावा किया कि साउथ अफ्रीका के लिए टेस्ट टीम के ऐलान से डेढ़ घंटे पहले उन्हें बताया गया था कि वो अब एकदिवसीय टीम को लीड नहीं करेंगे.
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