महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में भारत की हार के बाद भी विराट कोहली को कप्तान बनाए रखने के फैसले पर सवाल खड़े किए हैं. गावस्कर मानते हैं कि कोहली को दोबारा कप्तानी सौंपे जाने से पहले आधिकारिक बैठक होनी चाहिए थी.
गावस्कर ने वर्ल्ड कप के लिए चार विकेटकीपर चुने जाने पर भी हैरानी जताई और कहा कि इसका जवाब सिर्फ चयनकर्ता ही दे सकते हैं.
अंग्रेंजी अखबार मिड-डे में में गावस्कर ने लिखा है,
“अगर उन्होंने (चयनकर्ता) वेस्टइंडीज दौरे के लिए कप्तान का चयन बिना किसी मीटिंग के लिए कर लिया तो यह सवाल उठता है कि क्या कोहली अपनी बदौलत टीम के कप्तान हैं या फिर चयन समिति की खुशी के कारण हैं.”
गावस्कर ने लिखा कि कोहली को आगे के दौरे के लिए कप्तान बनाए जाने से पहले बैठक होनी चाहिए थी.
“हमारी जानकारी के मुताबिक उनकी (कोहली) नियुक्ति वर्ल्ड कप तक के लिए ही थी. इसके बाद चयनकर्ताओं को इस मसले पर मीटिंग बुलानी चाहिए थी. यह अलग बात है कि यह मीटिंग पांच मिनट ही चलती लेकिन ऐसा होना चाहिए था.”सुनील गावस्कर, मिड-डे अखबार में
एमएसके प्रसाद की अध्यक्षता वाली अखिल भारतीय चयन समिति ने वेस्टइंडीज दौरे के लिए कोहली को तीनों फॉरमेट का कप्तान नियुक्त किया है. इस सीरीज की शुरुआत 3 अगस्त से फ्लोरिडा में होने वाले टी-20 मुकाबलों से होगी.
वहीं सुप्रीम कोर्ट की बनाई हुई प्रशासकों की समिति (सीओए) ने साफ कर दिया कि वह वर्ल्ड कप में टीम के प्रदर्शन पर रिव्यू बैठक नहीं बुलाएगी लेकिन वह इस वर्ल्ड कप में टीम के प्रदर्शन को लेकर टीम मैनेजर की रिपोर्ट पर विचार करेगी.
गावस्कर ने पूरे मामले में चयनकर्ताओं पर भी तंज कसा और उन्हें सिर्फ कठपुतली बताते हुए लिखा कि आखिरकार कोहली क्यों अपनी पसंद की टीम चुनने का हक पाते रहे हैं.
“चयन समिति में बैठे लोग कठपुतली हैं. पुनर्नियुक्ति के बाद कोहली को मीटिंग में टीम को लेकर अपने विचार रखने के लिए बुलाया गया. प्रक्रिया को बाईपास करने से यह संदेश गया कि केदार जाधव, दिनेश कार्तिक को खराब प्रदर्शन के कारण टीम से बाहर किया गया जबकि वर्ल्ड कप हारने वाले टीम के कप्तान को फिर कप्तान बना दिया गया.सुनील गावस्कर, मिड-डे अखबार में
वहीं समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए गावस्कर ने वर्ल्ड कप के दौरान टीम की बल्लेबाजी पर भी सवाल उठाया और टीम में 4 विकेटकीपर होने पर हैरानी जताई.
“वर्ल्ड कप के लिए चार विकेटकीपरों को टीम में क्यों चुना गया, इसका जवाब सिर्फ चयनकर्ता ही दे सकते हैं. भारत की बल्लेबाजी तीसरे नम्बर के बाद ही समाप्त हो जा रही थी.”सुनील गावस्कर
बीसीसीआई के एक तबके का यह मानना था कि 2023 वर्ल्ड कप के ध्यान में रखते हुए तीनों फॉरमेट के लिए अलग-अलग कप्तान बनाया जाना एक अच्छा कदम हो सकता था और इससे आने वाले समय में टीम को फायदा होता.
(IANS इनपुट्स के साथ)
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