आईपीएल 2019 का क्रिकेट जगत के तमाम फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. लेकिन इसके आयोजन को लेकर अभी तक तस्वीर साफ नहीं हुई है. किसी के पास भी इस बात का जवाब नहीं है कि आईपीएल कब और कहां होने जा रहा है.
भारत में आने वाले लोकसभा चुनावों को देखते हुए आईपीएल 2019 को विदेश में आयोजित किया जाएगा. बताया जा रहा है कि दुबई या साउथ अफ्रीका में अगला आईपीएल आयोजित हो सकता है. लेकिन उससे पहले कई चुनौतियां हैं जिनका सामना आईपीएल को करना पड़ सकता है.
आईपीएल बना खुद के लिए खतरा
आईपीएल ने अपना एक ऐसा नाम बना लिया है कि इसे पूरी दुनिया में लोग पसंद करने लगे हैं. अपने 11 सीजन, कई चैंपियंस और सभी बड़े देशों के खिलाड़ियों के साथ यह वर्ल्ड क्रिकेट की सबसे बड़ी टी20 लीग बन चुकी है. इतनी बड़ी लीग में इनवेस्टमेंट्स भी काफी बड़े हैं. इसके स्पॉन्सर्स, टीम ऑनर्स और ब्रॉडकास्टर्स के करोड़ों रुपये इसमें लगे हुए हैं. इसीलिए इस लीग को बिना किसी रुकावट के आयोजित करवाना आयोजकों के लिए बेहद जरूरी है.
आम चुनाव और वर्ल्डकप से खतरा
आईपीएल को सबसे बड़ा खतरा आने वाले आम चुनावों और वर्ल्ड कप से है. चुनाव की तारीख अभी तक तय नहीं है, ऐसे में आईपीएल की डेट तय करना काफी मुश्किल हो गया है. वहीं वर्ल्ड कप भी 30 मई से शुरू होने जा रहा है. ऐसे में विदेशी टीमों ने अपने खिलाड़ियों को जल्द इस लीग से फ्री करने के लिए कहा है. क्योंकि वे अपनी टीम को इस अहम टू्र्नामेंट से पहले रेस्ट देना चाहते हैं.
विदेश में होंगे मैच तो होगा नुकसान
अगर आईपीएल के सभी मैच विदेश में आयोजित होते हैं तो ऐसे में फ्रैंचाइजी, स्पॉन्सर्स, ब्रॉडकास्टर्स को काफी नुकसान झेलना पड़ेगा. क्योंकि विदेश में मैच आयोजित होने से उन्हें ज्यादा पैसा खर्च करना होगा और रिटर्न काफी कम मिल पाएगा.
फॉरेन क्रिकेट बोर्ड्स भी चुनौती
आईपीएल का फाइनल 19 मई को शेड्यूल्ड है. लेकिन वहीं इसके कुछ ही दिन बाद यानी 30 मई से आईसीसी वर्ल्ड कप भी शुरू हो रहा है. ऐसे में फॉरेन क्रिकेट बोर्ड्स अपने खिलाड़ियों को प्रैक्टिस और तैयारी के लिए वापस बुलाने की मांग कर रहे हैं.
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