भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने शनिवार को पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ अपने रिश्ते को 'विश्वास' और 'सम्मान' पर आधारित बताया. कप्तान कूल धोनी के साथ अपने संबंध को दो शब्दों में परिभाषित करने को लेकर इंस्टाग्राम पर किए गए एक सवाल पर कोहली ने कहा: विश्वास, सम्मान.
पिछले साल आर. अश्विन के साथ एक इंस्टाग्राम चैट के दौरान, कोहली ने धोनी की प्रशंसा करते हुए कहा था कि धोनी ने उन्हें राष्ट्रीय टीम का कप्तान बनने में बड़ी भूमिका निभाई थी.
शनिवार को जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें आलोचना या तारीफ पसंद है, तो कप्तान ने कहा कि वह रचनात्मक आलोचना और वास्तविक प्रशंसा के लिए तैयार हैं. लेकिन उन्हें कुछ भी नकली स्लीकार नहीं है.
जीवन के बुरे दौर में उन्होंने खुद को कैसे प्रेरित रखा, इस सवाल पर कोहली ने कहा: “दिनचर्या को सही करो और परिणाम की परवाह किए बिना इसे जारी रखो.”
टेस्ट में धोनी से ज्यादा सफल कप्तान कोहली
विराट कोहली 60 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी करने के बाद महेंद्र सिंह धोनी की तुलना में अधिक सफल टेस्ट कप्तान हैं. हालांकि उन्हें अभी भी सीमित ओवरों के क्रिकेट में एक कप्तान के रूप में भारत के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज की उपलब्धियों की बराबरी करने की जरूरत है. भारत की टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल (18 से 22 जून तक) के लिए इंग्लैंड के लिए रवाना होगी. इसके कुछ दिन बाद भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी.
इस मैचों से पहले ही कोहली धोनी के साथ सबसे अधिक संख्या में भारत की टेस्ट कप्तानी करने वाले व्यक्ति के रूप में खड़े हैं. दोनों ने 60 टेस्ट मैचों में भारत की अगुवाई की है.
हालांकि, कोहली अधिक सफल हैं. उन्होंने टीम का 36 जीत में नेतृत्व किया जबकि धोनी की कप्तानी में टीम ने 27 जीत हासिल की है.
एशिया के बाहर कप्तान के रूप में भारत के नंबर -3 बल्लेबाज के रिकॉर्ड को ऑस्ट्रेलिया में 2018-19 की टेस्ट सीरीज जीत के साथ सजाया गया था. यह एक ऐसी उपलब्धि थी जिसने अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व में भारतीय टीम को 2020-21 में यह उपलब्धि दोहराने का विश्वास दिया था.
कोहली ने वेस्टइंडीज में छह में से चार मैच जीते है. इसी तरह दक्षिण अफ्रीका में तीन में से एक मैच जीता है. इसी तरह ऑस्ट्रेलिया में सात में से दो मैच जीते हैं. और इंग्लैंड में पांच में से एक टेस्ट जीता है. वह हालांकि न्यूजीलैंड में दोनों टेस्ट हार चुके हैं.
इसकी तुलना में, धोनी ने भारत को न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में एक-एक टेस्ट में जीत दिलाई. इससे भी बदतर, वह उस समय शीर्ष पर थे जब भारत को 2011 में इंग्लैंड ने और 2011-12 में ऑस्ट्रेलिया ने टेस्ट सीरीज में 0-4 से हरा दिया गया था.
वनडे में धोनी आगे
हालांकि, जब सीमित ओवरों के क्रिकेट की बात आती है, तो धोनी की बराबरी नहीं की जा सकती. उन्होंने भारत के सीमित ओवरों के कप्तान के रूप में सभी प्रमुख ट्राफियां जीती हैं - 50 ओवर का विश्व कप, टी 20 विश्व कप और साथ ही चैंपियंस ट्रॉफी. उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स को आईपीएल के साथ-साथ चैंपियंस लीग टी20 खिताब भी दिलाया है.
कोई आश्चर्य नहीं कि इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने धोनी को सभी प्रारूपों में कोहली से बेहतर कहा है, हालांकि उन्हें लगा कि कोहली टेस्ट क्रिकेट में कप्तान के रूप में बेहतर हैं.
कोहली ने 95 मैचों में भारत की कप्तानी की है, जिसमें 65 मैच जीते हैं और 27 में एक टाई और दो में कोई नतीजा नहीं निकला है. उन्होंने 45 टी20क में भारत का नेतृत्व किया. भारत ने 27 जीते और 14 हारे हैं.
इसकी तुलना में, धोनी ने 200 मैचों में भारत का नेतृत्व किया. इनमें से 110 जीते, 74 हारे. धोनी ने 72 मैचों में भारत की कप्तानी की, जिससे उन्हें 41 जीत, 28 हार का सामना करना पड़ा.
कोहली की तुलना में कप्तान के तौर पर धोनी का जीत प्रतिशत उल्लेखनीय नहीं है, लेकिन धोनी ने भारत के लिए जो बड़ी ट्राफियां जीती हैं, उसने उन्हें बाकी लोगों से ऊपर रखा है.
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