ICC World Test Championship Final 2023: भारत ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का विजेता बनने का एक और मौका गंवा दिया और लगातार दूसरी बार WTC के फाइनल मुकाबले में हार गया. टीम इंडिया की हार के बाद एक बार फिर खिलाड़ियों के प्रदर्शन और फटाफटा क्रिकेट IPL को लेकर सवाल उठ रहे हैं. लेकिन भारत मैच कैसे हारा? आइये आपको इस आर्टिकल में विस्तार से बताते हैं.
1-मोमेंटम बनाने में असफल रही टीम इंडिया
ओवल में टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग का फैसला किया. भारत के गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के स्टार बल्लेबाज डेविड वार्नर, उस्मान ख्वाजा और मारनस लाबुशाने को जल्दी आउट कर कंगारुओं को शुरुआती झटके भी दिये.
एक समय 76 रन पर तीन विकेट गंवाकर ऑस्ट्रेलिया टीम संकट में नजर आ रही थी. लेकिन टीम इंडिया इस मोमेंटम को बनाये रखने में फेल साबित हुई.
दूसरी पारी में भी भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को झटके दिये, लेकिन यहां भी वो मोमेंटम को बरकरार नहीं रख पायी.
2-इंडिया के पास ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों का तोड़ नहीं
पहली पारी में मुश्किल में फंसी ऑस्ट्रेलिया को संभालने की जिम्मेदारी ट्रैविड हेड (163 रन) और स्टीव स्मिथ (121 रन) पर थी और दोनों ने शानदार बल्लेबाजी की. टीम इंडिया ने दोनों कंगारू बल्लेबाजों के सामने घुटने टेक दिये और इसका परिणाम ये हुआ कि हेड और स्मिथ ने चौथे विकेट के लिए रिकॉर्ड 285 रन की साझेदारी की, जिसके कारण ऑस्ट्रेलिया टीम पहली पारी में भारत के सामने 469 रन का विशाल स्कोर खड़ा कर पायी.
वहीं, दूसरी इनिंग में विकेटकीपर एलेक्स केरी ने नाबाद 66 रन की पारी खेलकर ऑस्ट्रेलिया को मजबूत स्थिति में खड़ा कर दिया, जिसके कारण टीम इंडिया को 444 रन का विशाल टारगेट चेज करने को मिला.
3-खराब गेंदबाजी और एक्स्ट्रा रन
भारतीय खिलाड़ियों की खराब गेंदबाजी का आकलन इस बात से किया जा सकता है कि टीम इंडिया ने पहली पारी में 38 और दूसरी पारी में 8 एक्स्ट्रा रन दिये. ये विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में एक रिकॉर्ड है. हालांकि, शमी और सिराज ने पहली इनिंग में विकेट तो लिये लेकिन दोनों ने 100 से अधिक रन लुटाये. उमेश यादव ने विकेट एक भी नहीं लिया लेकिन 77 रन जरूर खर्च किये.
4-बेदम रही बल्लेबाजी
भारतीय टीम दो सेंशन को छोड़कर इस मैच में कभी भी मजबूत स्थिति में नहीं दिखी. पहली और दूसरी पारी में टीम इंडिया के बल्लेबाज संघर्ष करते दिखे. जिस पिच पर कंगारू टीम के खिलाड़ी रनों का पहाड़ खड़ा करते दिखे, वहां भारतीय बल्लेबाज एक-एक रन के लिए तरस रहे थे.
दोनों पारी में अंजिक्य रहाणे ( 89, 46 रन) ने कुछ संघर्ष जरूर किया, लेकिन वो भी बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे. जडेजा ने पहली पारी में 48 रन बनाये लेकिन दूसरी पारी में बिना खाता खोले आउट हो गये.
कोहली ने दूसरी पारी में 49 रन बनाये जबकि शार्दुल ठाकुर ने पहली इंनिंग में 51 रन की पारी खेली. इन सबके के अलावा कोई अन्य बल्लेबाज मैदान में टिकने की हिम्मत तक नहीं जुटा सका. पूरे मैच में कंगारू गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों को कहीं भी टिकने का मौका नहीं दिया और परिणामस्वरूप टीम इंडिया 209 रन से मुकाबला हार गयी.
5- रोहित शर्मा की खराब कप्तानी
इस मैच में रोहित शर्मा की कप्तानी को लेकर भी सवाल उठे. अश्विन को टीम न खिलाना, रोहित के लिए नुकसान दायक साबित हुआ, क्योंकि अश्विन गेंदबाजी के साथ एक अतिरिक्त बल्लेबाजी का भी विकल्प देते हैं. वहीं, बॉलर्स का सही से इस्तेमाल और खराब रणनीति भी रोहित की कप्तानी को लेकर सवाल खड़े कर रही है.
कुल मिलाकर भारत एक बार जीत से एक कदम दूर रह गया और ऑस्ट्रेलिया ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीतकर अपने नाम एक और उपलब्धि दर्ज करा ली.
कंगारू पहली ऐसी टीम बनीं, जिसने ICC की सभी ट्रॉफी जीतने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है. इसमें पचास ओवर का विश्व कप, टी-20 विश्व कप, चैंपियन ट्रॉफी और अब विश्व टेस्ट चैंपियनशिप शामिल है.
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