भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भारत के विकेटकीपर रिद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha journalist threat case) को एक पत्रकार से धमकी से जुड़े मामले की जांच के लिए शुक्रवार, 25 फरवरी को तीन सदस्यीय समिति का गठन किया.
बीसीसीआई ने एक बयान में कहा, "तीन सदस्यीय समिति में बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल और बीसीसीआई टॉप काउंसिल सदस्य प्रभातेज सिंह भाटिया शामिल हैं. समिति अगले हफ्ते की शुरुआत में जांच शुरू करेगी."
साहा ने पत्रकार का नाम बताने से किया है इनकार
साहा को एक पत्रकार ने कथित तौर पर उनके इंटरव्यू के लिए किए गए मैसेज का जवाब न देने पर धमकी दी थी. साहा ने खुद ट्वीट कर ये बात सबके सामने रखी थी.
बीसीसीआई ने कहा कि मामले का संज्ञान लेते हुए बोर्ड ने साहा से संपर्क किया और मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित करने का फैसला किया. साहा ने मंगलवार को उस पत्रकार के नाम का खुलासा करने से इनकार कर दिया था, जिसने श्रीलंका के खिलाफ टीम से बाहर किए जाने के बाद उन्हें धमकी दी थी. उन्होंने कहा था,
"मुझे अभी तक बीसीसीआई से कोई मैसेज नहीं मिला है. अगर वे मुझसे (पत्रकार का) नाम बताने के लिए कहते हैं, तो मैं उन्हें बताऊंगा कि किसी के करियर को नुकसान पहुंचाने, किसी व्यक्ति को नीचा दिखाने का मेरा इरादा कभी नहीं था. इसलिए मैंने मेरे ट्वीट में नाम का खुलासा नहीं किया. यह मेरे माता-पिता की शिक्षा नहीं है. मेरे ट्वीट का मुख्य उद्देश्य इस तथ्य को उजागर करना था कि मीडिया में कोई है जो इस तरह की चीजें करता है, एक खिलाड़ी की इच्छा का अपमान करता है."रिद्धिमान साहा, क्रिकेटर, भारत
साहा ने आगे कहा है कि "जो मैं अपने ट्वीट के माध्यम से बताना चाहता था. जिसने ऐसा किया है, ये उचित नहीं था. वह इसे अच्छी तरह से जानता है. मैंने उन ट्वीट को पोस्ट किया क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि खिलाड़ी ऐसी चीजों का सामना करें. मैं यह संदेश देना चाहता था कि जो किया गया वह गलत था और किसी और को इसे दोबारा नहीं करना चाहिए."
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