भारतीय टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने बुधवार को स्वीकार किया कि न्यूजीलैंड को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल से पहले इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट खेलने से फायदा पहुंचा है, लेकिन टीम इंडिया मानसिक रूप से खिताबी मुकाबले के लिए तैयार है. रहाणे ने कहा, "न्यूजीलैंड की टीम बेहतर है. हम उन्हें हल्के में नहीं ले सकते हैं. कीवी टीम ने फाइनल मैच से पहले इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट खेले जिसका उन्हें फायदा मिलेगा. लेकिन जैसा कि मैंने पहले भी कहा है कि फाइनल मुकाबले में जो टीम पांच दिन अच्छा खेलेगी उसकी उम्मीद ज्यादा होगी."
हम ज्यादा दबाव नहीं बढ़ाना चाहते- रहाणे
भारतीय टीम को फाइनल मुकाबले से पहले अभ्यास मैच का मौका नहीं मिला लेकिन उसे कुछ अभ्यास सीजन मिले. रहाणे ने कहा,
“मेरे ख्याल से यह मानसिक चीज है, अगर आप मानसिक रूप से स्विच करेंगे तो चीजों में जल्द ही ढल जाएंगे. यह सिर्फ एक मैच है लेकिन हम चाहते हैं कि इसे अन्य खेल की तरह लिया जाए और इस बारे में विचार नहीं करें कि यह फाइनल है. हम अपने ऊपर ज्यादा दबाव नहीं बढ़ाना चाहते हैं. हमारे लिए अच्छी शुरूआत करना महत्वपूर्ण है.”
उपकप्तान ने कहा, "मैं युवा खिलाड़ियों से कुछ नहीं कहता हूं. उन्हें अपने गेम प्लान के बारे में पता है और इन्होंने पिछले एक साल में सवश्रेष्ठ क्रिकेट खेला है. ये सभी एक दूसरे के साथ रहते हैं और इनको खुद पर भरोसा है. हमें भी इनकी क्षमता पर भरोसा है और हम लोग इन्हें इनका खेल खेलने की इजाजत देते हैं."
रहाणे ने कहा, "हम किसी तरह का भ्रांति नहीं रखना चाहते. हम लोग एक टीम की तरह खेलते हैं और किसी को कुछ नहीं कहते. हम चाहते हैं कि युवा खिलाड़ी भयमुक्त होकर स्वतंत्रता से खेलें."
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