भारत ने अंतर्राष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) से आगामी डेविस कप को पाकिस्तान से कहीं और आयोजित कराने का आग्रह किया है. भारतीय टीम को प्रतियोगिता के एशिया-ओसेनिया ग्रुप-आई के टाई में 14 और 15 सितंबर को इस्लामाबाद के पाकिस्तान स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में मेजबान देश से भिड़ना है.
इस मुकाबले के लिए भारतीय टीम का ऐलान पांच अगस्त को हुआ था. हालांकि 5 अगस्त को ही राज्यसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को हटाने के ऐलान के साथ ही पाकिस्तान ने भारत के साथ संबंधों में कटौती का फैसला किया था.
इसके बाद से ही इस मुकाबले को लेकर आशंका बढ़ गई. अब दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है.
ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन (एआईटीए) के अध्यक्ष प्रवीन महाजन ने कहा,
“हमने आईटीएफ से तटस्थ स्थान की मांग की है क्योंकि अभी स्थिति तनावपूर्ण है. मेरा मानना है कि मौजूदा हालात को देखते हुए यह एक तार्किक मांग है.”
एआईटीए दोनों देशों के बीच रुके खेलों संबंधों के बावजूद अपनी एक टीम पाकिस्तान भेजने की तैयारी में था. इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से भी किसी तरह की आपत्ति नहीं दर्ज की गई थी.
उधर, पाकिस्तान टेनिस महासंघ के अध्यक्ष सलीम सैफल्लाह खान पहले ही यह कह चुके हैं कि वह आईटीएफ के फैसले का सम्मान करेगा.
हालांकि, अगर आईटीएफ वेन्यू में बदलाव को लेकर राजी नहीं होता है, तो भारतीय टीम को पाकिस्तान में ही ये मैच खेलना होगा. वहीं अगर भारत पाकिस्तान जाने से इंकार करता है तो आईटीएफ की तरफ से भारत पर जुर्माना लगेगा और साथ ही उसे निचले ग्रुप में रेलिगेट कर दिया जाएगा.
हालांकि, इसका दूसरा पहलू ये है कि अगर पाकिस्तान की ओर से भारतीय खिलाड़ियों को वीजा नहीं दिया जाता है तो यही सब कार्रवाई पाकिस्तान के खिलाफ की जाएगी.
भारतीय टेनिस टीम ने इससे पहले 1964 में डेविस कप के लिए पाकिस्तान का दौरा किया था, जहां उसने मेजबान टीम को 4-0 से शिकस्त दी थी. वहीं पाकिस्तान ने 2006 में मुंबई का दौरा किया था, जहां उसे 2-3 से हार मिली थी.
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