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इंडिया के लिए मेडल जीत चुकीं दुती चंद ने कहा- मैं लेस्बियन हूं

धाविका दुती चंद का अपनी निजी जिंदगी से जुड़ा बड़ा खुलासा 

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भारत की स्टार एथलीट दुती चंद ने अपनी निजी जिंदगी से जुड़ी एक बात लोगों के सामने रखी है. 2018 के एशियाई खेलों में भारत के लिए दो सिल्वर मेडल जीतने वाली इस धाविका ने बताया है कि वह लेस्बियन हैं. दुती ने कहा है कि यह एक निजी फैसला है और इसका सम्मान किया जाना चाहिए.

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दुती ने बताया है कि वह अपने होमटाउन गोपालपुर (ओडिशा) की एक लड़की के साथ रिलेशनशिप में हैं. हालांकि उन्होंने अपनी पार्टनर की पहचान उजागर करने से इनकार कर दिया है.

अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस को दुती चंद ने बताया, ''मुझे मेरी हफसफर मिल गई है. मुझे लगता है कि हर किसी को इस बात की आजादी होनी चाहिए कि उसने जिसके साथ रहने का फैसला किया है, उसके साथ रह सके. मैंने हमेशा उन लोगों के अधिकारों की पैरवी की है जो समलैंगिक रिश्तों में रहना चाहते हैं. यह किसी व्यक्ति विशेष की अपनी इच्छा होती है.'' इसके साथ ही उन्होंने कहा, ''इस वक्‍त मेरा फोकस वर्ल्ड चैंपियनशिप और ओलंपिक पर है, लेकिन मैं भविष्य में उसके (अपनी पार्टनर) साथ सेटल होना चाहूंगी.''

मेरा हमेशा से मानना रहा है कि हर किसी को प्यार करने की आजादी होनी चाहिए. प्यार से बड़ा कोई भी इमोशन नहीं होता और इससे खारिज नहीं किया जाना चाहिए. 
दुती चंद, भारतीय धाविका

दुती चंद ने कहा, ''मैं किसी ऐसे के साथ रहना चाहती थी जो एक स्पोर्ट्सपर्सन के तौर पर मुझे आगे बढ़ाने में मेरा हौसला बढ़ा सके. मैं पिछले 10 सालों से एक धाविका रही हूं और शायद अगले 5 से 7 सालों तक दौड़ना जारी रखूंगी. मैं स्पर्धा के लिए दुनियाभर में घूमती हूं. यह आसान नहीं है. मुझे किसी का सहारा चाहिए.''

दुती को साल 2014 में आईएएएफ ने महिला एथलीट के टेस्टोस्टेरोन (हार्मोन) लेवल की सीमा तय करने वाली अपनी हाइपरएंड्रोगेनिजम नीति के तहत निलंबित कर दिया था. ऐसे में वह उस साल के कॉमनवेल्थ गेम्स के भारतीय दल से भी बाहर हो गई थीं. इसके बाद दुती ने आईएएएफ के फैसले के खिलाफ खेल पंचाट में अपील दायर की और इस मामले को जीतकर स्पोर्ट्स की दुनिया में वापसी की.

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