शनिवार को अर्जेंटीना की टीम फीफा वर्ल्ड कप 2018 में अपने सफर की शुरुआत करने जा रही है. लियोनेल मेसी की टीम का मुकाबला छुपेरुस्तम आइसलैंड से है. आइसलैंड ने पहली बार फीफा विश्व कप के लिए क्वालिफाई किया है और इस बड़े टूर्नामेंट के पहले मैच में उसे दो बार की विजेता से भिड़ना होगा.
ये दोनों ही टीमें ग्रुप डी में हैं. अर्जेंटीना में मेसी जैसा दिग्गज खिलाड़ी है जो फुटबाल के महान खिलाड़ियों में गिना जाता है, वहीं बात आइसलैंड की करें तो उनके पास कोई बड़ा सितारा तो नहीं लेकिन कई टैलेंटिड खिलाड़ी इस टीम को खतरनाक बनाते हैं. जानकार मानते हैं कि आइसलैंड अगर इस मैच को ड्रॉ भी करा ले तो उनकी जीत ही होगी.
विश्व कप में जनसंख्या के आधार पर सबसे छोटे देश आइसलैंड में उलटफेर करने का पूरा दम है. इस टीम ने 2016 यूरोपीय चैम्पियनशिप के प्री-क्वार्टर फाइनल में इंग्लैंड को 2-1 से हराया था.
टीम के कोच हेमिर हॉलग्रिम्सन हैं जो पेशे से डेनटिस्ट हैं. उनके आने के बाद से टीम में लगातार सुधार किया है. इस टीम के पास भले ही मेसी जैसा स्टार खिलाड़ी ने हो लेकिन कोच ने इसे एकजुट रहकर मैदान पर खेलना सिखाया है और यही इस टीम की सबसे बड़ी ताकत है. अगर टीम के अहम खिलाड़ी की बात की जाए तो वो जिल्फि सिगर्डसन हैं. घुटने की चोट ने हालांकि उन्हें परेशान कर रखा है और इसी कारण हो सकता है कि वह पूरे मैच में मैदान पर न दिखें.
वहीं अर्जेंटीना की बात की जाए तो दारोमदार मेसी पर ही है, लेकिन ऐसा नहीं है कि मेसी के दम पर ही यह टीम है. मेसी के अलावा एंजेल डी मरिया, सर्जियो एग्युरो, गोंजालो हिग्युएन भी इस टीम के अहम सदस्य हैं. टीम के कोच साम्पोली किस फॉर्मूले के साथ मैदान पर उतरेंगे यह मैच के दिन पता चलेगा लेकिन अर्जेंटीना की अटैकिंग लाइन मेसी के जिम्मे ही है जो खुलकर खेलने में विश्वास रखते हैं.
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