फीफा वर्ल्ड कप 2018 फुटबॉल में कुछ ऐसा हो रहा है जिसकी कल्पना किसी ने भी नहीं की थी. वर्ल्ड कप में हर दूसरे दिन एक पूर्व चैंपियन टीम बाहर जा रही है. ये वर्ल्ड कप एक तरह से डार्क हॉर्सेस और छोटी टीमों का टूर्नामेंट बनता जा रहा है. अब तक जर्मनी, अर्जेंटीना, पुर्तगाल और स्पेन जैसी खतरनाक और खिताब की प्रबल दावेदार टीमें बाहर हो गई हैं. रविवार को प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले में मेजबान रूस ने पेनल्टी शूटआउट में स्पेन को हराकर टूर्नामेंट से बाहर रास्ता दिखाया. इसी के साथ रूस अपने इतिहास में पहली बार किसी फीफा वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचे हैं.
12 साल के चैंपियन टूर्नामेंट से बाहर
जो सबसे खास बात अब इस वर्ल्ड कप में है वो ये कि पिछले 12 सालों के चैंपियन अब इस वर्ल्ड कप का हिस्सा नहीं हैं. जी हां, सबसे पहले साल 2014 के चैंपियन जर्मनी को साउथ कोरिया के हाथों हार मिली और वो वर्ल्ड कप से विदा हो गए. उसके बाद साल 2010 के चैंपियन स्पेन को रविवार को विदाई मिली. मेजबान रूस ने उन्हें वापसी का टिकट दिया. वहीं साल 2006 के चैंपियन इटली तो इस वर्ल्ड कप में हिस्सा ही नहीं ले रहे हैं. इटली की टीम तो क्वालीफाई ही नहीं कर पाई थी. ऐसे में पिछले 12 सालों में जिन बड़ी टीमों ने दुनिया जीती थी, वो अब रूस में चल रहे इस टूर्नामेंट से गायब हैं.
पिछले 8 सालों के फाइनलिस्ट भी पहुंचे घर
जी हां, साल 2014 और 2010 के फाइनलिस्ट भी अब इस वर्ल्ड कप में आपको नजर नहीं आएंगे. 2014 में फाइनल खेलने वाली जर्मनी और अर्जेंटीना और 2010 में फाइनल खेलने वाली स्पेन और नीदरलैंड इस वर्तमान वर्ल्ड कप का हिस्सा नहीं हैं. दरअसल नीदरलैंड तो इस वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई ही नहीं कर पाए थे. इसके अलावा साल 2016 के यूरो कप विजेता पुर्तगाल भी प्री-क्वार्टर में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो चुके हैं.
ये फुटबॉल वर्ल्ड कप सच में जायंट किलर साबित हो रहा है, टूर्नामेंट के जीतने की प्रबल दावेदार कही जा रहीं 4 बड़ी टीमें अभी बाहर हो चुकी हैं और इस वर्ल्ड कप में अभी और कितने करिश्मे होंगे, ये देखना बाकी है.
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