लंबे इंतजार के बाद आखिरकार फीफा वर्ल्ड कप 2018 शुरू हो गया है. ‘ब्यूटीफुल गेम’ फुटबॉल के इस महाकुंभ के पहले मैच में मेजबान रूस ने सऊदी अरब को 5-0 से हराया. टूर्नामेंट के दूसरे दिन वैसे तो तीन मैच खेले जाने हैं लेकिन सबसे ज्यादा नजरें रात 11.30 बजे शुरू होने वाले पुर्तगाल और स्पेन के मुकाबले पर है. इस फीफा वर्ल्ड कप का ये पहला कड़ा मुकाबला होगा. आमने-सामने होंगे यूरोप के दो बड़े फुटबॉल प्रेमी देश. दोनों ही टीमों में एक से एक स्टार खिलाड़ी हैं, हम आपको बताते हैं कि कौन से वो 5 स्टार फुटबॉलर हैं जिन पर इस मुकाबले में नजरें होंगी. इन पांचों के प्रदर्शन पर ही मैच का नतीजा अटका है.
क्रिस्टियानो रोनाल्डो
पुर्तगाल के कप्तान रोनाल्डो से सभी को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है. इंटरनेशनल फुटबॉल में रोनाल्डो 81 गोल लगा चुके हैं और सबसे ज्यादा गोल दागने के मामले में हंगरी के फेरेंक पुसकस (84 गोल) से सिर्फ 3 कदम पीछे हैं. 33 साल के रोनाल्डो पुर्तगाल की जान हैं और उनके अच्छे-खराब प्रदर्शन पर ही टीम का भविष्य निर्भर है.
ये रोनाल्डो का चौथा वर्ल्ड कप है और अब तक वो टूर्नामेंट में 13 मुकाबले खेल चुके हैं. रोनाल्डो की फॉर्म फिलहाल बहुत अच्छी है. उन्होंने क्वालिफाइंग राउंड्स में 9 मुकाबलों में 15 गोल किए और तीन में मदद की. स्पेन के डिफेंस के लिए क्रिस्टियानो बड़ी दिक्कत खड़ी कर सकते हैं.
सर्जियो रामोस
स्पेन के कप्तान के ऊपर बड़ी जिम्मेदारी है. कोच जुलेन लोपतेगुई के बर्खास्त होने के बाद उनके ऊपर दबाव बढ़ गया है. रामोस को फिलहाल दुनिया का बेस्ट डिफेंडर कहा जाता है. यूरोपियन फुटबॉल में सर्जियो का सिक्का चलता है और उन्होंने रियाल मैड्रिड को चैंपियंस लीग जिताने में अहम भूमिका निभाई थी.
स्पेन को साल 2010 में खिताब जिताने में रामोस ने बड़ा योगदान दिया था. स्पेन की टीम में वो सबसे ज्यादा अनुभवी खिलाड़ी हैं जिन्होंने 151 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं. रियाल मैड्रिड टीम में रामोस और रोनाल्डो एक साथ खेलते हैं, ऐसे में ये मुकाबला दिलचस्प होगा.
पेपे
ये बेहद आक्रामक खिलाड़ी पुर्तगाल के डिफेंस की जान है. अपनी टीम के वो सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक हैं और अपना तीसरा वर्ल्ड कप खेल रहे हैं. पुर्तगाल को 2016 में यूरो चैंपियन बनाने में इस खिलाड़ी ने अहम रोल निभाया था. पेपे 91 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं और मैदान पर थोड़ा रफ खेल खेलने के लिए बदनाम हैं.
डीगो कोस्टा
ब्राजील में जन्मे इस शानदार खिलाड़ी के हाथ में स्पेन की सफलता की चाबी है. कोस्टा बहुत ही टैलेंटिड स्ट्राइकर माने जाते हैं. 29 साल को कोस्टा का ये दूसरा वर्ल्ड कप होगा. पुर्तगाल के डिफेंस के लिए ये खिलाड़ी बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकता है. सिल्वा और इस्को जैसे खिलाड़ियों को गोल करने में भी कोस्टा मदद करेंगे.
आंद्रेस इनिएस्ता
2010 के फाइनल में विजयी गोल लगाने वाले इस अनुभवी खिलाड़ी से स्पेन को बड़ी उम्मीदें हैं. अगर फुटबॉल पंडितों की मानें तो वो वर्तमान में दुनिया के सबसे बढ़िया मिडफील्डर हैं. 34 साल के हो चुके इनिएस्ता इस बार भी कमाल करने का पूरा माद्दा रखते हैं.
ये इनिएस्ता का चौथा और शायद आखिरी वर्ल्ड कप है. उन्होंने अभी तक फीफा वर्ल्ड कप में 10 मैच खेले हैं और उनमें दो गोल किए हैं. उन्होंने स्पेन के लिए कुल 126 मैच खेले हैं.
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