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BCCI क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी के मेंबर बनाए जा सकते हैं गौतम गंभीर 

ये जानकारी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से दी है.

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टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और बीजेपी सांसद गौतम गंभीर बीसीसीआई की क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी में शामिल हो सकते हैं. गंभीर के साथ ही पूर्व क्रिकेटर मदन लाल को भी मेंबर बनाया जा सकता है. 3 सदस्यीय इस कमेटी में तीसरी सदस्य महिला क्रिकेट टीम की पूर्व सदस्य सुलक्षणा नाइक हो सकती हैं.

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गौतम गंभीर ने भारत को 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 का वनडे वर्ल्ड कप जिताने में अहम भूमिका निभाई थी और वो देश के सबसे सफल सलामी बल्लाजों में से एक हैं. फिलहाल, गौतम गंभीर पूर्वी दिल्ली से सांसद हैं.

वहीं पूर्व तेज गेंदबाज मदन लाल 1983 में पहला वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे. फाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्हीं की गेंद पर कपिल देव ने विव रिचर्ड्स का कैच पकड़ भारत को जीत की राह पर पहुंचाया था.

तीसरी सदस्य सुलक्षणा नाइक

इस पैनल की तीसरी सदस्य मुंबई की सुलक्षणा नाइक हो सकती हैं. सुलक्षणा भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व विकेटकीपर थीं, जिन्होंने 2 टेस्ट, 46 वनडे और 31 टी20 मैच खेले.

बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी, उन्होंने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा,

“मदन लाल और गौतम गंभीर सीएसी के सदस्य बनने को तैयार हैं और उनकी नियुक्ति तय है.”

1983 विश्व कप जीतने वाली भारत टीम के हीरो, लाल, सबसे वरिष्ठ सदस्य होने के कारण समिति के प्रमुख होंगे, जबकि 2011 विश्व कप के नायक गंभीर तीसरे सदस्य के साथ उनकी सहायता करेंगे.

माना जा रहा है यह कमिटी केवल एक बार बैठक करेगी जिसमें सीनियर सेलेक्शन कमेटी में केवल दो सदस्यों की जगह लेने वालों को चुनना होगा. सीनियर सिलेक्शन कमिटी के प्रमुख एमएसके प्रसाद (साउथ जोन) और गगन खोडा (सेंट्रल जोन) के विकल्प खोजने को कमिटी की बैठक होगी.

सरनदीप सिंह (नॉर्थ), देवांग गांधी (ईस्ट) और जतिन परांजपे (वेस्ट) का अभी 4 साल के कार्यकाल में 1 साल बचा है. जूनियर सिलेक्शन पैनल में भी बदलाव होंगे.

क्रिकेट सलाहकार समिति

क्रिकेट सलाहकार समिति (CAC) एक तीन सदस्यीय पैनल है, जिसे जून 2015 में तत्कालीन BCCI अध्यक्ष जगमोहन डालमिया और तत्कालीन सचिव अनुराग ठाकुर ने बनाया था. यह अनुभवी क्रिकेटरों का एक समूह है जो बीसीसीआई को उचित मुद्दों पर सलाह देता है वे बीसीसीआई के अध्यक्ष और सचिव को रिपोर्ट करते हैं

पहली समिति में सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण थे. उस दौरान इस समिति ने 2016 में अनिल कुंबले को भारतीय टीम का कोच नियुक्त किया था. उसके बाद 2017 में इसी समिति ने रवि शास्त्री को कोच बनाया था.

हालांकि, हितों के टकराव का मुद्दा सामने आने के बाद तीनों ने अपना पद छोड़ दिया था. इसके बाद बनाई गई एडहॉक समिति में कपिल देव, अंशुमन गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी जैसे दिग्गज शामिल थे.

इस दौरान इस समिति ने डब्लूवी रमन को महिला क्रिकेट टीम का कोच नियुक्त किया था. जबकि 2019 में इन्होंने रवि शास्त्री को ही एक बार फिर भारतीय पुरुष टीम का कोच चुना. हालांकि ये समिति भी हितों के टकराव में उलझ गई और इसके सदस्यों ने भी इस्तीफा दे दिया.

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