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गौतम गंभीर ने किसे कहा “झिझक तोड़ो और थैंक यू बोलो”?

गौतम गंभीर ने सुकमा में हुए नक्सली हमले में शहीद हुए 25 जवानों के बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाने का वादा किया था

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क्रिकेटर गौतम गंभीर भले ही चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया का हिस्सा ना हों लेकिन आज कल वह इंडियन आर्मी के सम्मान के लिए चलाए जा रहे एक कैंपेन का हिस्सा जरूर हैं.

इंडियन आर्मी के सम्मान में गंभीर एक अनोखा कैंपेन चला रहे हैं. जिस कैंपेन का नाम है झिझक.

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अभी हाल ही में गौतम गंभीर ने सुकमा में हुए नक्सली हमले में शहीद हुए 25 जवानों के बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाने का वादा किया था. और अब रेडियो फीवर एफएम के साथ इंडियन आर्मी के सम्मान में झिझक तोड़ो नाम से एक कैंपेन चला रहे हैं.

गौतम गंभीर ने अपने ट्वीटर पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें गंभीर के मुंह पर पट्टी बंधी हुई दिख रही है. साथ ही गंभीर के हाथ में एक क्लिप बोर्ड भी है, जिसपर कुछ मेसेज लिखा है. गंभीर ने अपने ट्वीट में कहा है "मैं तो अपने क्रीज से बाहर आ गया, क्या आप भी बाहर निकलेंगे?"

इस एक मिनट 20 सेकंड के वीडियो में गंभीर ने कुल 8 क्लिपबोर्ड पोस्टर्स पर अपना मेसेज लिखा है. क्लिपबोर्ड विडियो के जरिए गंभीर बता रहे हैं, ‘देश में आज हर किसी ने अपने मुंह पर पट्टी बांधी हुई है और वह है झिझक की पट्टी. गंभीर झिझक की इस पट्टी को उतार फेंकने की अपील कर रहे हैं और भारतीय सेना के जवानों को देखते ही थैंक यू कहने की अपील कर रहे हैं.

इससे पहले भी गंभीर कश्मीर में इंडियन आर्मी के जवानों से हो रही बदतमीजी के वायरल वीडियो को देख कर ट्वीटर पर लिखा था, ‘कोई हमारे जवान को एक थप्पड़ मारता है, तो बदले में कम से कम 100 जिहादियों की लाशें गिरा देनी चाहिए. आजादी की मांग करनेवाले वालों को इसी वक्त देश छोड़ देना चाहिए. कश्मीर हमारा है.’

तो क्या आप भी झिझकते हैं थैंक यू बोलने से?

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