अप्रैल में हुए एशियन चैंपियनशिप के 800 मीटर की दौड़ में गोल्ड मेडल जीतने वाली गोमती मारिमुथु डोप टेस्ट में फेल हो गई हैं. उनका डोप टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है, जिसके बाद उन्हें अस्थायी तौर पर सस्पेंड कर दिया गया है.
तमिलनाडु की 30 साल की इस रेसर ने दोहा एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 800 मीटर की रेस में दो मिनट 70 सेकेंड के समय के रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल जीता था. लेकिन डोप टेस्ट में उनके 'ए' सैंपल में बैन स्टेरॉयड पाया गया. अगर उनका 'बी' सैंपल भी पॉजिटिव पाया गया, तो गोमती पर 4 साल का बैन लग सकता है, क्योंकि वह पहली बार इस स्तर पर डोप टेस्ट में फेल हुई हैं.
भारत को अब लौटाना होगा गोल्ड
अब गोमती के टेस्ट में फेल होने के बाद यह तय हो गया है कि भारत को गोल्ड मेडल लौटाना होगा. भारत ने एशियन चैंपियनशिप में 3 गोल्ड, 7 सिल्वर और 7 ब्राउंज मेडल जीते थे.
गोमती के डोप टेस्ट से जुड़ा एक और विवाद
बता दें कि इसके पहले गोमती इसी साल मार्च में पटियाला में हुए फेडरेशन कप में भी बैन दवाओं के सेवन करते हुए पाई गई थीं. एक अधिकारी का कहना है कि वो उन्हें पता था कि गोमती मार्च में हुए फेडरेशन कप में डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाई गई थीं, लेकिन वो रिपोर्ट अभी तक उनके पास नहीं आई है. एंटी डोपिंग के अधिकारी ने बताया कि अगर वह रिपोर्ट पहले मिल जाती, तो वे गोमती को एशियन चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए दोहा नहीं भेजते.
गोमती के घर वालों ने कहा- वो निर्दोष है
'इंडियन एक्सप्रेस' अखबार से बात करते हुए गोमती के परिवार के एक सदस्य ने कहा कि वह निर्दोष हैं और उन्होंने कभी भी प्रतिबंधित पदार्थों का इस्तेमाल नहीं किया.
बता दें कि गोमती तब काफी चर्चित हुईं, जब उन्होंने फेडरेशन कप में सबको चौकाते हुए 2.03.21 सेकेंड की टाइमिंग से गोल्ड जीता था.
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