पुणे वनडे में टीम इंडिया की जीत में बेशक सबसे बड़ा योगदान केदार जाधव और विराट कोहली का रहा. लेकिन फील्ड में एक और खिलाड़ी था, जिसने बल्ले और गेंद दोनों से टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई. और उस खिलाड़ी का नाम है हार्दिक पांड्या.
इस युवा ऑलराउंडर ने गेंदबाजी और बल्लेबाजी में उस वक्त कमाल का प्रदर्शन किया, जब टीम को सबसे ज्यादा जरूरत थी.
सब पिट रहे थे लेकिन हार्दिक ने चटकाए विकेट
जी हां, गेंदबाजी के वक्त जब भारतीय टीम का हर एक गेंदबाज इंग्लैंड के बल्लेबाजों का प्रकोप झेल रहा था, उस वक्त हार्दिक पांड्या ने बेहद किफायती गेंदबाजी की. हार्दिक ने कप्तान इयन मॉर्गन समेत इंग्लैंड के दो बड़े विकेट झटके. पांड्या ने पहले 27वें ओवर में मॉर्गन को विकेट के पीछे कैच करवाया और उसके बाद 38वें ओवर में खतरनाक दिख रहे जॉस बटलर को आउट किया. सबसे बड़ी बात ये कि जहां बाकी भारतीय गेंदबाज 7.50 के इकॉनमी से ऊपर रन दे रहे थे वहीं हार्दिक ने सिर्फ 5.11 की दर से रन दिए.
निभाई फिनिशर की भूमिका
कोहली और जाधव दोनों शतक ठोककर पवेलियन वापिस लौट चुके थे. रन रेट के लिहाज से तो मैच भारत की गिरफ्त में था लेकिन हाथ में सिर्फ 4 विकेट ही थे. जरूरत थी एक बल्लेबाज की जो टिककर खेले और मैच खत्म करके आए. हार्दिक पांड्या यहां आगे आए और बड़ी ही समझदारी से बल्लेबाजी की. हार्दिक ने पहले जडेजा और फिर अश्विन के साथ मैच जिताऊ साझेदारियां कीं. जब हार्दिक को लगा कि जीत अब कदमों में है तो उन्होंने कुछ बड़े शॉट भी खेले.
आइए देखते हैं कि मैच जीतने के बाद अपने प्रदर्शन के बारे में हार्दिक पांड्या ने क्या कहा...
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)