भारत-ऑस्ट्रेलिया (Ind Vs Aus) सीरीज में गेंदबाजी के साथ-साथ जुझारू बल्लेबाजी का प्रदर्शन करने वाले रविचंद्रन अश्विन घरेलू मैदान पर भी हीरो साबित हो रहे हैं. दूसरे टेस्ट में पांच विकेट हासिल करने के बाद शतक जड़ने वाले अश्विन ने न सिर्फ भारत को जीत के रास्ते पर खड़ा किया साथ ही खुद भी कई रिकॉर्ड तोड़ डाले. भारतीय स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में तीसरी बार पांच विकेट लेने के साथ-साथ शतक भी लगाया है. ऐसा करने वाले वह इकलौते भारतीय और टेस्ट इतिहास के छठे खिलाड़ी हैं. बाएं हाथ के बल्लेबाजों को 200 बार आउट करने वाले पहले गेंदबाज भी अश्विन बन गए हैं.
टेस्ट में अश्विन का पांचवा शतक
34 साल के अश्विन ने चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में इंग्लैंड के साथ जारी दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन 134 गेंदों पर 13 चौके और एक छक्के की मदद से अपना शतक पूरा किया. अश्विन 106 रन बनाकर आउट हुए. उन्होंने इस टेस्ट में इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान 43 रन देकर पांच विकेट झटके थे.
अश्विन के टेस्ट करियर का यह पांचवां शतक है. उन्होंने इन पांच शतकों में से तीन बार पांच विकेट भी लिए हैं. अश्विन सर्वाधिक बार ऐसा करने वाले इंग्लैंड के इयान बॉथम के बाद दूसरे क्रिकेटर बन गए हैं. बॉथम ने अपने करियर में पांच बार किसी टेस्ट क्रिकेट मैच में पांच विकेट लेने के साथ साथ शतक भी जमाया था.
- अश्विन ने सबसे पहले यह कारनामा नवंबर 2011 में मुंबई में वेस्टइंडीज के खिलाफ किया था. तब उन्होंने 103 रन की शतकीय पारी खेलने के अलावा 156 रन देकर पांच विकेट भी चटकाए थे.
- भारतीय ऑफ स्पिनर ने इसके बाद जुलाई 2016 में किंग्सटन में वेस्टइंडीज के खिलाफ ही 113 रन की शतकीय पारी खेलने के अलावा 83 रन देकर सात विकेट हासिल किए थे.
किस-किसने किया है ये कारनामा?
बॉथम और अश्विन के अलावा वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान गैरी सोबर्स, पाकिस्तान के मुश्ताक मोहम्मद,दक्षिण अफ्रीका के पूर्व ऑलराउंडर जैक्स कॉलिस और बांग्लादेश के हरफनमौला खिलाड़ी शाकिब अल हसन दो-दो बार टेस्ट क्रिकेट में पांच विकेट लेने के साथ साथ शतक भी लगाने की उपलब्धि हासिल कर चुके हैं.
ऑस्ट्रेलिया में अश्विन की जुझारू पारी
अश्विन ने बतौर ऑलराउंडर ऑस्ट्रेलिया में भी धमाकेदार प्रदर्शन किया था. ऑस्ट्रेलिया के साथ 3 मैचों में 12 विकेट अश्विन ने चटकाए थे और सिराज के बाद सबसे सफल बॉलर भारत की तरफ से साबित हुए थे. इकनॉमी के लिहाज से दोनों टीमों को मिलाकर हेजलवुड के बाद दूसरे नंबर पर थे. बल्लेबाजी की बात करें तो तीन मैच की पांच पारियों में अश्विन ने 78 रन बनाए थे.
ऑस्ट्रेलिया के साथ दूसरे टेस्ट की पहली पारी में 42 बॉल में 14 और तीसरे टेस्ट में 10 और 39 रन की अहम पारी खेली. दूसरी पारी में 128 गेंद पर बनाए गए 39 रन ऐसे समय पर निकले, जब मैदान पर मौजूद दोनों बल्लेबाज चोटिल थे और टीम को मैच में बने रहने के लिए टिके रहना था. तब अश्विन ने जुझारू पारी खेलकर मैच बचाने में अहम योगदान दिया.
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