आईपीएल 2018 अब अपने आखिरी दौर में है. टूर्नामेंट में अब सिर्फ तीन टीमें बची हैं. चेन्नई सुपरकिंग्स पहले क्वालीफायर में सनराइजर्स हैदराबाद को हराकर पहले ही फाइनल में पहुंच गए हैं तो वहीं दूसरे क्वालीफायर में हैदराबाद और कोलकाता नाइट राइडर्स में से जो जीतेगा वो फाइनल की जंग लड़ेगा.
हैदराबाद सनराइजर्स इस सीजन के टेबल टॉपर रहे.14 मैचों में 18 अंक लेकर ये टीम बेहतर रनरेट के आधार पर पॉइंट्स टेबल में नंबर एक पर रही. उसके बाद हमने पुराने रिकॉर्ड्स के आधार पर एक स्टोरी की थी कि हो सकता है सनराइजर्स हैदराबाद इस बार खिताब न जीते. देखिए ना...तीन लीग स्टेज मुकाबलों समेत अपने पिछले चारों मैच में हैदराबाद को हार मिली है और अब वो क्वालीफायर-2 में केकेआर के सामने करो या मरो के फेर में फंस गए हैं.
इतिहास गवाह है कि आईपीएल में 10 में से 8 बार ऐसा हुआ कि जो टीम पॉइंट्स टेबल में टॉप पर रही वो चैंपियन नहीं बन पाई. सिर्फ पहले सीजन (2008 में राजस्थान रॉयल्स) और पिछले सीजन (2017 में मुंबई इंडियस) में ही पॉइंट्स टेबल में पहले नंबर पर रहने वाली टीम को खिताबी जीत हासिल हुई बाकी हर बार दूसरे,तीसरे या चौथे नंबर की टीम चैंपियन बनी. ऐसे में बहुत मुमकिन है कि चेन्नई और कोलकाता में से कोई इस बार सनराइजर्स की आंखों के सामने से खिताब ले उड़े.
2009
आईपीएल के दूसरे सीजन में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने सभी टीमों की नाक में दम कर रखा था. उन्होंने अपने 14 में से 10 मुकाबले जीते और सेमीफाइनल में पहुंचे. सभी को लग रहा था कि इस बार दिल्ली की टीम को कोई नहीं हरा सकता, लेकिन लीग स्टेज में चौथे नंबर पर रहने वाली टीम डेक्कन चार्जर्स ने उन्हें सेमीफाइनल में हराया और आगे जाकर फाइनल में खिताब भी अपने नाम किया.
2010
साल 2010 में सचिन तेंदुलकर की अगुवाई में मुंबई इंडियंस ने कमाल का प्रदर्शन किया और पॉइंट्स टेबल में पहला स्थान हासिल किया, टीम ने सेमीफाइनल में आरसीबी को हराया और फाइनल में चेन्नई से रोमांचक भिड़ंत हुई. लेकिन, फाइनल में मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में चेन्नई ने उन्हें रोमांचक मात दी. उस टूर्नामेंट में चेन्नई पॉइंट्स टेबल में तीसरे स्थान पर रहे थे.
2011
इस सीजन को क्रिस गेल की आंधी के लिए जाना जाता है, अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत वो आरसीबी को पॉइंट्स टेबल में पहले नंबर तक लेकर गए. उसके बाद आरसीबी फाइनल में भी पहुंची लेकिन वहां लीग स्टेज में दूसरे नंबर पर रहने वाली चेन्नई सुपर किंग्स से हार गए.
2012
साल 2012 में दिल्ली डेयरडेविल्स ने कमाल का प्रदर्शन किया. इस टीम ने सभी के छक्के छु़ड़ाते हुए लीग स्टेज में पहला स्थान हासिल किया लेकिन उसके बाद उन्हें पहले क्वॉलीफायर में कोलकाता और फिर एलिमिनेटर में चेन्नई के हाथों हार मिली. आगे चलकर केकेआर जो लीग स्टेज में दूसरे नंबर पर रहने वाली टीम थी, वो चैंपियन बनी.
2013
इस साल चेन्नई सुपर किंग्स ने पॉइंट्स टेबल में पहला स्थान हासिल किया और उसके बाद पहले क्वॉलीफायर में मुंबई को परास्त करके फाइनल तक पहुंचे लेकिन फिर दूसरे क्वॉलीफायर को जीतकर मुंबई फाइनल में आई और टेबल टॉपर चेन्नई को बुरी तरह हराया.
2014
इस साल लीग स्टेज में किंग्स इलेवन पंजाब का बोलबाला रहा. टीम ने शानदार खेल दिखाया और पूरे टूर्नामेंट में अनबीटेबल दिखाई दी लेकिन पहले क्वॉलीफायर में उन्हें दूसरे नंबर की टीम कोलकाता ने हराया. उसके बाद क्वालीफायर-2 में वो चेन्नई को हराकर फाइनल में पहुंचे तो वहां भी केकेआर ने एक बेहद रोमांचक मैच में उन्हें हरा दिया.
2015
इस साल चेन्नई सुपर किंग्स ने पॉइंट्स टेबल में पहला स्थान हासिल किया और उसके बाद पहले क्वॉलीफायर में उन्हें मुंबई के हाथों हार मिली लेकिन दूसरे क्वॉलीफायर को जीतकर वो फाइनल में मुंबई से भिड़ने पहुंचे. फाइनल में मुंबई ने टेबल टॉपर चेन्नई को बुरी तरह हराया और खिताब पर कब्जा जमाया.
2016
इस साल टूर्नामेंट की नई नवेली टीम गुजरात लॉयंस ने कमाल का खेल दिखाया. सुरेश रैना की कप्तानी में गुजरात ने पॉइंट्स टेबल में पहला स्थान हासिल किया. लेकिन जब प्लेऑफ आए तो टीम का फॉर्म बुरी तरह से बिगड़ गया. गुजरात दोनों क्वॉलीफायर्स हार गई और टूर्नामेंट से बाहर हो गए. आखिर में पॉइंट्स टेबल में तीसरे स्थान पर रही टीम सनराइजर्स हैदराबाद ने दूसरे नंबर की रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को हराया और खिताब पर कब्जा किया.
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