आईपीएल 2019 बस अब शुरू होने ही वाला है. हर साल होने वाले आईपीएल का यह 12वां सीजन है जो 23 मार्च से शुरू हो रहा है. इसके उद्घाटन मैच में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में डिफेंडिंग चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स और विराट कोहली की रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में आपस में भिड़ेंगी.
दो साल के बैन के बाद आईपीएल में वापसी के बाद 2018 में खिताब जीतते हुए चेन्नई की टीम ने मुंबई इंडियंस की बराबरी की है क्योंकि ये दोनों टीमें 11 साल के आईपीएल इतिहास में तीन-तीन बार खिताब अपने नाम करने में कामयाब रही हैं. लेकिन खिताबी जीतों को ध्यान में रखते हुए सबसे अच्छी टीम का दर्जा किसे हासिल है? जीत-हार की सूची में टीमों की रैंकिंग कैसे की जाती है?
द क्विंट यहां 2008 के पहले सीजन की शुरुआत से लेकर अब 2019 की स्थितियों तक आंकड़े आप के सामने पेश कर रहा है.
चेन्नई सुपर किंग्स
‘कैप्टन कूल’ एमएस धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स तीन आईपीएल खिताब जीतते हुए मुंबई इंडियन्स के बराबर आ खड़ी हुई है, जबकि भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते लगाये गए दो साल के बैन के कारण उन्हें 2016 और 2017 में इस प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका नहीं मिला था.
उनका ओवरआल विनिंग रेट आईपीएल की सभी टीमों से अच्छा है. सीएसके ही एकमात्र ऐसी टीम है जो जिसने 60% से अधिक मुकाबलों में जीत दर्ज की है. साथ ही, एक यही ऐसी टीम है जिसने हर बार लीग स्टेज को पार किया है.
चेन्नई सुपर किंग्स का सीजन-वार प्रदर्शन
- 2008: उपविजेता (9 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में तीसरे नंबर पर रही
- 2009: सेमी-फाइनलिस्ट (8 जीते, 6 हारे, लीग स्टेज में दूसरे नंबर पर रही)
- 2010: विजेता (9 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में तीसरे नंबर पर रही)
- 2011: विजेता (11 जीते, 5 हारे, लीग स्टेज में दूसरे नंबर पर रही)
- 2012: उपविजेता (10 जीते, 8 हारे, लीग स्टेज में चौथे नंबर पर रही)
- 2013: उपविजेता (12 जीते, 6 हारे, लीग स्टेज में पहले नंबर पर रही)
- 2014: तीसरा स्थान (10 जीते, 6 हारे, लीग स्टेज में तीसरे नंबर पर रही)
- 2015: उपविजेता (10 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में पहले नंबर पर रही)
- 2018: विजेता (11 जीते, 5 हारे, लीग स्टेज में दूसरे नंबर पर रही)
IPL में चेन्नई सुपरकिंग्स की जीत-हार का ओवरऑल रिकॉर्ड
सीएसके ने अब तक आईपीएल में कुल 149 मुकाबले खेले हैं, जिसमें से 90 मुकाबलों में इसे जीत मिली है और 57 मुकाबलों में हार, जबकि 2 मुकाबले बेनतीजा रहे हैं. इस टीम की जीत की दर 60.4% है.
दिल्ली कैपिटल्स (पहले: डेयरडेविल्स)
दिल्ली की टीम को अब नया नाम मिला है इसके साथ ही उन्हें अब खेल में भी कुछ नयेपन की उम्मीद होगी. दिल्ली की टीम स्टैंडिंग्स में आखिरी स्थान पर सबसे ज्यादा बार रही है. इस मामले में यह टीम चार बार आखिरी स्थान पर रहते हुए किंग्स एलेवेन पंजाब, जो कि तीन बार आखिरी स्थान पर रही है, से भी नीचे है.
मौजूदा टीमों में दिल्ली की टीम ही एकमात्र ऐसी टीम है जो कभी भी आईपीएल के फाइनल में नहीं पहुंची है. कहने की जरूरत नहीं कि उनका ओवरआल विनिंग-रेट किसी भी अन्य टीम से कम है.
दिल्ली कैपिटल्स का सीजन-वार प्रदर्शन
- 2008: सेमी-फाइनलिस्ट (7 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में चौथे नंबर पर रही)
- 2009: सेमी-फाइनलिस्ट (10 जीते, 5 हारे, लीग स्टेज में पहले नंबर पर रही)
- 2010: नॉकआउट स्टेज तक नहीं पहुंची (7 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में पांचवें नंबर पर रही)
- 2011: प्ले-ऑफ में नहीं पहुंची (4 जीते, 9 हारे, लीग स्टेज में आखिरी नंबर पर रही)
- 2012: तीसरे स्थान पर रही (11 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में पहले नंबर पर रही)
- 2013: प्ले-ऑफ में नहीं पहुंची (3 जीते, 13 हारे, लीग स्टेज में आखिरी नंबर पर रही)
- 2014: प्ले-ऑफ में नहीं पहुंची (2 जीते, 12 हारे, लीग स्टेज में आखिरी नंबर पर रही)
- 2015: प्ले-ऑफ में नहीं पहुंची (5 जीते, 8 हारे, लीग स्टेज में सातवें नंबर पर रही)
- 2016: प्ले-ऑफ में नहीं पहुंची (7 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में छठे नंबर पर रही)
- 2017: प्ले-ऑफ में नहीं पहुंची (6 जीते, 8 हारे, लीग स्टेज में छठे नंबर पर रही)
- 2018: प्ले-ऑफ में नहीं पहुंची (5 जीते, 9 हारे, लीग स्टेज में आखिरी नंबर पर रही)
आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की जीत-हार का ओवरआल रिकॉर्ड
दिल्ली कैपिटल्स ने अब तक आईपीएल में कुल 162 मुकाबले खेले हैं, जिसमें से 67 मुकाबलों में इसे जीत मिली है और 92 मुकाबलों में हार, जबकि 3 मुकाबले बेनतीजा रहे हैं. इस टीम की जीत की दर 41.4% है.
किंग्स-XI पंजाब
किंग्स-XI पंजाब ने आईपीएल के इतिहास में दो बार अपनी क्षमताओं का सबसे उम्दा प्रदर्शन किया है. पहली बार, 2008 में यह टीम लीग स्टेज में दूसरे स्थान पर रही थी और सेमीफाइनल में चेन्नई के खिलाफ हारी थी और दूसरी बार, 2014 में इसने लीग स्टेज में टॉप किया था और अंत में उपविजेता रही थी.
इसके अलावा आईपीएल में उनका दर्जा इस प्रकार रहा है: पांचवां, आखिरी, पांचवां, छठा, छठा, आखिरी, आखिरी, पांचवां, सातवां.
किंग्स-XI पंजाब का सीजन-वार प्रदर्शन
- 2008: सेमीफाइनलिस्ट (10 जीते, 5 हारे, लीग स्टेज में दूसरे नंबर पर रही)
- 2009: नॉकआउट स्टेज तक नहीं पहुंची (7 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में पांचवें नंबर पर रही)
- 2010: नॉकआउट स्टेज तक नहीं पहुंची (4 जीते, 10 हारे, लीग स्टेज में आखिरी नंबर पर रही)
- 2011: प्ले-ऑफ में नहीं पहुंची (7 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में पांचवें नंबर पर रही)
- 2012: प्ले-ऑफ में नहीं पहुंची (8 जीते, 8 हारे, लीग स्टेज में छठे नंबर पर रही)
- 2013: प्ले-ऑफ में नहीं पहुंची (8 जीते, 8 हारे, लीग स्टेज में छठे नंबर पर रही)
- 2014: उपविजेता (12 जीते, 5 हारे, लीग स्टेज में पहले नंबर पर रही)
- 2015: प्ले-ऑफ में नहीं पहुंची (3 जीते, 11 हारे, लीग स्टेज में आखिरी नंबर पर रही)
- 2016: प्ले-ऑफ में नहीं पहुंची (4 जीते, 10 हारे, लीग स्टेज में आखिरी नंबर पर रही)
- 2017: प्ले-ऑफ में नहीं पहुंची (7 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में पांचवें नंबर पर रही)
- 2018 प्ले-ऑफ में नहीं पहुंची (6 जीते, 8 हारे, लीग स्टेज में सातवें नंबर पर रही)
IPL में किंग्स-XI पंजाब की जीत-हार का ओवरऑल रिकॉर्ड
पंजाब ने अब तक आईपीएल में कुल 162 मुकाबले खेले हैं, जिसमें से 76 मुकाबलों में इसे जीत मिली है और 86 मुकाबलों में हार मिली है. इस टीम की जीत की दर 46.9% है.
कोलकाता नाइट राइडर्स
आईपीएल की सबसे ज्यादा फॉलो की जानी वाले टीमों में से एक नाइट राइडर्स के इतिहास को दो अलग-अलग चरणों में बांटा जा सकता है: पहले एक चिंताजनक शुरुआत और फिर एक आशाजनक दौर.
आईपीएल के पहले तीन एडिशन में केकेआर टॉप-फोर में नहीं पहुंच सकी थी और यहां तक कि 2009 में आखिरी स्थान पर रही थी. फिर 2010 के बाद इसमें तब्दीली आई. गौतम गंभीर को टीम में शामिल किया गया और वो सात सीजन तक टीम से जुड़े रहे जिसके दौरान कोलकाता ने दो बार खिताब जीता और पांच बार प्ले-ऑफ में पहुंचे.
गंभीर के चले जाने के बाद भी टीम की यह कंसिस्टेंसी 2018 तक जारी रही, जहां कोलकाता एक बार फिर प्ले-ऑफ में पहुंची और अंत में तीसरे नंबर पर रही.
कोलकाता नाइट राइडर्स का सीजन-वार प्रदर्शन
- 2008: नॉकआउट स्टेज तक नहीं पहुंची (6 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में छठे नंबर पर रही)
- 2009: नॉकआउट स्टेज तक नहीं पहुंची (3 जीते, 10 हारे, लीग स्टेज में आखिरी नंबर पर रही)
- 2010: नॉकआउट स्टेज तक नहीं पहुंची (7 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में छठे नंबर पर रही)
- 2011: चौथे स्थान पर रही (8 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में चौथे नंबर पर रही)
- 2012: विजेता (12 जीते, 5 हारे, लीग स्टेज में दूसरे नंबर पर रही)
- 2013: प्ले-ऑफ में नहीं पहुंची (6 जीते, 10 हारे, लीग स्टेज में सातवें नंबर पर रही)
- 2014: विजेता (11 जीते, 5 हारे, लीग स्टेज में दूसरे नंबर पर रही)
- 2015: प्ले-ऑफ में नहीं पहुंची (7 जीते, 6 हारे, लीग स्टेज में पांचवें नंबर पर रही)
- 2016: चौथे स्थान पर रही (8 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में चौथे नंबर पर रही)
- 2017: तीसरे स्थान पर रही (9 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज चौथे नंबर पर रही)
- 2018: तीसरे स्थान पर रही (9 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में तीसरे नंबर पर रही)
IPL में कोलकाता नाइट राइडर्स की जीत-हार का ओवरऑल रिकॉर्ड
कोलकाता नाइट राइडर्स ने अब तक आईपीएल में कुल 168 मुकाबले खेले हैं, जिसमें से 86 मुकाबलों में इसे जीत मिली है और 78 मुकाबलों में हार, जबकि 4 मुकाबले बेनतीजा रहे हैं. इस टीम की जीत की दर 51.2% है.
मुम्बई इंडियंस
एक और ऐसी टीम जिसके सितारे बाद में चमके हैं. इस टीम ने कई बार आईपीएल में धीमी शुरुआत की है और बाद में रफ्तार पकड़ी है. मुम्बई इंडियन्स का सबसे खराब प्रदर्शन आईपीएल के पहले दो सीजन में रहा है लेकिन इसके बाद 9 लगातार आईपीएल सीजन में यह टीम केवल दो बार ही नॉकआउट/प्ले-ऑफ स्टेज तक पहुंचने में नाकाम हुई है.
उनको उभर कर आने में थोड़ा वक्त लगा लेकिन 2013, 2015 और 2017 की खिताबी जीतों ने सारी कमी पूरी कर दी. मुंबई इंडियन्स के फैन्स चाहेंगे कि इस टीम का हर दूसरे साल खिताब जीतने का ट्रेंड जारी रहे और 2019 में भी यह खिताब जीते. मुंबई इस सीजन में 98 जीतों के साथ मैदान में उतरेगी और 2 मुकाबले जीतते ही आईपीएल इतिहास में 100 मुकाबले जीतने वाली यह पहली टीम बन जाएगी.
मुम्बई इंडियन्स का सीजन-वार प्रदर्शन
- 2008: नॉकआउट स्टेज तक नहीं पहुंची (7 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में पांचवें नंबर पर रही)
- 2009: नॉकआउट स्टेज तक नहीं पहुंची (5 जीते, 8 हारे, लीग स्टेज में सातवें नंबर पर रही)
- 2010: उपविजेता (11 जीते, 5 हारे, लीग स्टेज में पहले नंबर पर रही)
- 2011: तीसरे स्थान पर रही (10 जीते, 6 हारे, लीग स्टेज चौथे नंबर पर रही)
- 2012: चौथे स्थान पर रही (10 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में तीसरे नंबर पर रही)
- 2013: विजेता (13 जीते, 6 हारे, लीग स्टेज में दूसरे नंबर पर रही)
- 2014: चौथे स्थान पर रही (7 जीते, 8 हारे, लीग स्टेज में चौथे नंबर पर रही)
- 2015: विजेता (10 जीते, 6 हारे, लीग स्टेज में दूसरे नंबर पर रही)
- 2016: प्ले-ऑफ में नहीं पहुंची (7 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में पांचवें नंबर पर रही)
- 2017: विजेता (12 जीते, 5 हारे, लीग स्टेज में पहले नंबर पर रही)
- 2018: प्ले-ऑफ में नहीं पहुंची (6 जीते, 8 हारे, लीग स्टेज में पांचवें नंबर पर रही)
IPL में मुम्बई इंडियन्स की जीत-हार का ओवरआल रिकॉर्ड
मुम्बई इंडियन्स ने अब तक आईपीएल में कुल 172 मुकाबले खेले हैं, जिसमें से 98 मुकाबलों में इसे जीत मिली है और 73 मुकाबलों में हार, जबकि 1 मुकाबला बेनतीजा रहा है. इस टीम की जीत की दर 56.9% है.
राजस्थान रॉयल्स
इस टीम ने आईपीएल इतिहास का पहला खिताब जीता था, जिसकी इस टीम से बिल्कुल उम्मीद नहीं की जा रही थी. इस टीम के मैनेजमेंट ने एक ऐसी टीम पर दांव खेलते हुए जरूर बहुत सारी दिलेरी दिखाई होगी जो कम जानी-पहचानी, घरेलू प्रतिभाओं से भरी हुई थी. 38 साल के शेन वार्न की अगुवाई में इस टीम ने स्टार पावर वाले शुरुआती सीजन का खिताब अपने नाम किया था.
लेकिन राजस्थान रॉयल्स आईपीएल की टैगलाइन, ’ Where talent meets opportunity’ (जहाँ प्रतिभाओं को अवसर मिलता है) का सबसे सटीक उदहारण है. हालांकि 2008 के बाद कुछ सालों में वह टेबल में कुछ नीचे सरक गए थे लेकिन इसके बाद उन्होंने फिर से वापसी की और हालिया समय में वे अपने पिछले चार आईपीएल में तीन बार प्ले-ऑफ तक पहुंचे हैं.
राजस्थान रॉयल्स का सीजन-वार प्रदर्शन
- 2008: विजेता (13 जीते, 3 हारे, लीग स्टेज में पहले नंबर पर रहे)
- 2009: नॉकआउट स्टेज तक नहीं पहुंचे (6 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में छठे नंबर पर रहे)
- 2010: नॉकआउट स्टेज तक नहीं पहुंचे (6 जीते, 8 हारे, लीग स्टेज में सातवें नंबर पर रहे)
- 2011: प्ले-ऑफ तक नहीं पहुंचे (6 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में छठे नंबर पर रहे)
- 2012: प्ले-ऑफ तक नहीं पहुंचे (7 जीते, 9 हारे, लीग स्टेज में सातवें नंबर पर रहे)
- 2013: तीसरे स्थान पर रहे (11 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में तीसरे नंबर पर रहे)
- 2014: प्ले-ऑफ तक नहीं पहुंचे (7 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में पांचवें नंबर पर रहे)
- 2015: चौथे स्थान पर रहे (7 जीते, 6 हारे, लीग स्टेज में चौथे नंबर पर रहे)
- 2018: चौथे स्थान पर रहे (7 जीते, 8 हारे, लीग स्टेज में चौथे नंबर पर रहे)
IPL में राजस्थान रॉयल्स की जीत-हार का ओवरऑल रिकॉर्ड
राजस्थान रॉयल्स ने अब तक आईपीएल में कुल 136 मुकाबले खेले हैं, जिसमें से 70 मुकाबलों में इसे जीत मिली है और 62 मुकाबलों में हार, जबकि 4 मुकाबले बेनतीजा रहे हैं. इस टीम की जीत की दर 51.5% है.
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर
सुपरस्टार्स से भरी होने के बावजूद इस टीम के सितारे गर्दिश में रहे हैं. आईपीएल के पिछले आठ सीजनों में आरसीबी के खेमे में विराट कोहली और एबी डिविलियर्स जैसे बड़े सितारे मौजूद रहे हैं और 2017 तक क्रिस गेल भी इस टीम का हिस्सा रहे हैं. इसके बावजूद उनका सबसे उम्दा प्रदर्शन यह है कि यह टीम तीन बार उपविजेता रही है.
पिछले दो सीजन इस टीम के लिए ज्यादा ही खराब रहे हैं – पिछले 28 मुकाबलों में यह सिर्फ 9 जीत ही दर्ज कर पाई है और 2017 में यह सबसे निचले स्थान पर रही थी. नतीजतन, आरसीबी का विनिंग रेट, दिल्ली को छोड़कर, हर टीम से खराब है.
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का सीजन-वार प्रदर्शन
- 2008: नॉकआउट स्टेज तक नहीं पहुंची (4 जीते, 10 हारे, लीग स्टेज में सातवें नंबर पर रही)
- 2009: उपविजेता (9 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में तीसरे नंबर पर रही)
- 2010: सेमी-फाइनलिस्ट ( 7 जीते, 8 हारे, लीग स्टेज में चौथे नंबर पर रही)
- 2011: उपविजेता (10 जीते, 6 हारे, लीग स्टेज में पहले नंबर पर रही)
- 2012: प्ले-ऑफ तक नहीं पहुंचे (8 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में पांचवें नंबर पर रही)
- 2013: प्ले-ऑफ तक नहीं पहुंचे (9 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में सातवें नंबर पर रही)
- 2014: प्ले-ऑफ तक नहीं पहुंचे (5 जीते, 9 हारे, लीग स्टेज में सातवें नंबर पर रही)
- 2015: तीसरे स्थान पर रहे (8 जीते, 6 हारे, लीग स्टेज में तीसरे नंबर पर रही)
- 2016: उपविजेता (9 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में दूसरे नंबर पर रही)
- 2017: प्ले-ऑफ तक नहीं पहुंचे (3 जीते, 10 हारे, लीग स्टेज में आठवें नंबर पर रहे)
- 2018: प्ले-ऑफ तक नहीं पहुंचे (6 जीते, 8 हारे, लीग स्टेज में छठे नंबर पर रहे)
IPL में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की जीत-हार का ओवरऑल रिकॉर्ड
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने अब तक आईपीएल में कुल 168 मुकाबले खेले हैं, जिसमें से 78 मुकाबलों में इसे जीत मिली है और 95 मुकाबलों में हार, जबकि 3 मुकाबले बेनतीजा रहे हैं. इस टीम की जीत की दर 46.4% है.
सनराइजर्स हैदराबाद
यह मौजूदा आठ टीमों में सबसे नई टीम है. यह टीम 2012 में डेक्कन चार्जर्स के खत्म होने के बाद 2013 में आईपीएल में शामिल हुई थी. यह एक ताकतवर टीम है. सनराइजर्स हैदराबाद अपने पिछले 6 आईपीएल सीजन में चार बार लीग स्टेज पार करने में कामयाब रही है और 2016 में विजेता भी रही है.
उनका सक्सेस रेट चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियन्स, जो तीन-तीन बार खिताब अपने नाम कर चुकी हैं, के बाद तीसरे नंबर पर है.
सनराइजर्स हैदराबाद का सीजन-वार प्रदर्शन
- 2013: चौथे स्थान पर रही (10 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में चौथे नंबर पर रही)
- 2014: प्ले-ऑफ तक नहीं पहुंची (6 जीते, 8 हारे, लीग स्टेज में छठे नंबर पर रही)
- 2015: प्ले-ऑफ तक नहीं पहुंची (7 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में छठे नंबर पर रही)
- 2016: विजेता (11 जीते, 6 हारे, लीग स्टेज में तीसरे नंबर पर रही)
- 2017: चौथे स्थान पर रहे (8 जीते, 6 हारे, लीग स्टेज में तीसरे नंबर पर रहे)
- 2018: उपविजेता (10 जीते, 7 हारे, लीग स्टेज में पहले नंबर पर रहे)
IPL में सनराइजर्स हैदराबाद की जीत-हार का ओवरआल रिकॉर्ड
सनराइजर्स हैदराबाद ने अब तक आईपीएल में कुल 94 मुकाबले खेले हैं, जिसमें से 52 मुकाबलों में इसे जीत मिली है और 41 मुकाबलों में हार, जबकि 1 मुकाबला बेनतीजा रहा है. इस टीम की जीत की दर 55.3% है.
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