पाकिस्तान के पूर्व स्टार हॉकी खिलाड़ी, जिसने भारत के खिलाफ कई मैचों में अपना दबदबा बनाया था वो आज भारत से मदद मांग रहा है. दरअसल, पाकिस्तान के स्टार गोलकीपर मंसूर अहमद बीमार हैं, और उन्होंने अपने हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए भारत सरकार और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से वीजा देने की अपील की है.
1994 में पाकिस्तान को हॉकी वर्ल्ड कप जीताने वाली टीम का हिस्सा रहे मंसूर इलाज के लिए भारत आना चाहते हैं. मंसूर ने एक वीडियो के जरिए सुषमा स्वराज से मदद मांगी है.
भारत का तोड़ा था दिल, लेकिन वो खेल का हिस्सा था
मंसूर ने वीडियो के जरिए कहा है,
मैंने भारत के खिलाफ हॉकी मैचों में कई बार भारतीयों के दिल तोड़े हैं और कई बार भारतीय टीम से जीत छीनकर अपने देश पाकिस्तान को जिताया. लेकिन वह खेल का हिस्सा था. आज मुझे अपने दिल की सर्जरी के लिए भारत सरकार की मदद चाहिए. इंसानियत सबसे ऊपर है, और अगर मुझे भारत वीजा देता है तो मैं भारत का एहसान कभी नहीं भूलूंगा.
उन्होंने कहा कि, इंदिरा गांधी कप, एशिया कप, वर्ल्ड कप और एशियन गेम्स में मैंने भारत के खिलाफ खेला और अच्छा भी किया. लेकिन आज मुझे आप का साथ चाहिए, मुझे भारत सरकार की मदद चाहिए, खासकर के सुषमा स्वराज का. मैं उनसे गुजारिश करता हूं कि मुझे मेरे वीजा एप्लीकेशन को जल्द-जल्द एक्सेप्ट करें. मैं पूर्व हॉकी खिलाड़ी धनराज पिल्लई, से भी मिलना चाहता हूं. मैं आप सबसे गुजारिश करूंगा मेरा साथ दें.
क्या हुआ है मंसूर को?
49 साल के मंसूर को दिल की बिमारी है, उनका पाकिस्तान में पहले भी ऑपरेशन हो चुका है. जिसमें उन्हें पेसमेकर और स्टेंट लगाए गए थे. लेकिन एक बार फिर परेशानी बढ़ने लगी है. जिसके लिए वो भारत आकर इलाज कराना चाहते हैं. उनके मुताबिक उन्हें तुरंत हार्ट ट्रांसप्लांट की जरूरत है.
मंसूर खान का करियर
मंसूर अहमद तीन बार ओलंपिक में पाकिस्तान की तरफ से खेल चुके हैं. 1989 में भारत में हुए इंदिरा गांधी कप जीतने वाली टीम के सदस्य भी थे. अहमद ने पाकिस्तान की ओर 1986 से 2000 के बीच से 338 अतंरराष्ट्रीय मैच खेले इसके अलावा कई बड़े टूर्नामेंट के गवाह रहे हैं.
आफरीदी का मिला साथ
मंसूर अहमद की बीमारी की खबर मिलते ही पाकिस्तान के स्टार क्रिकेटर शाहिद आफरीदी उनसे मिलने गए थे. आफरीदी ने उन्हें मदद करने का भी वादा किया.
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