बात कोलंबो के प्रेमदासा स्टेडियम की. साल था 1994. सिंगर वर्ल्ड सीरीज का तीसरा मैच. आमने- सामने थी टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया. टॉस जीत कर टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. मैदान पर टीम इंडिया के सामने शेन वॉर्न और ग्लेन मैक्ग्रा जैसे खतरनाक ऑस्ट्रेलियाई बॉलर.
ओपनिंग के लिए क्रीज पर अपना 78वां वनडे मैच खेल रहे 21 साल के सचिन तेंदुलकर. साथ में दूसरे छोर पर थे मनोज प्रभाकर. इंडिया अच्छी शुरुआत के साथ आगे बढ़ रहा था लेकिन तभी 20 रन के स्कोर पर खेल रहे प्रभाकर को शेन वॉर्न ने आउट कर दिया.
भारत का पहला विकेट 87 रन पर गिरा. फिर सचिन का साथ देने के लिए क्रीज पर आए नवजोत सिंह सिद्धू. लेकिन सिद्धू सिर्फ 24 रन बना कर पवेलियन लौट गए. भारत का स्कोर 129 पर 2 विकेट.
अब क्रीज पर मौजूद थे सचिन और मोहम्मद अजहरुद्दीन
शेन वॉर्न का छूटा पसीना
स्पिन के जादूगर शेन वॉर्न के हाथ में बॉल. सामने 98 के स्कोर पर सचिन. शेन वॉर्न की अगली ही गेंद पर सचिन ने पॉइंट और शॉर्ट एरिया के बीच से खेल दिया. हल्का सा मिस फील्ड और सचिन ने पारी की 119वीं गेंद पर अपने वनडे करियर का पहला शतक लगा दिया.
जीहां, आज से ठीक 23 साल पहले सचिन ने अपना पहला वनडे शतक लगाया था. सचिन ने इस मैच में 130 बॉल पर आठ चौके और दो छक्के की मदद से 110 रन की यादगार पारी खेली.
सचिन को मिला डबल गिफ्ट
सचिन के शतक की मदद से टीम इंडिया ने 50 ओवर में आठ विकेट के नुकसान पर 246 रन का स्कोर खड़ा किया. जवाब में ऑस्ट्रेलिया 215 रन ही जुटा सका. भारत ने 31 रन से मैच जीता. सचिन मैन ऑफ द मैच रहे.
सचिन तेंदुलकर के नाम अंतरराष्ट्रीय मैचों में सबसे ज्यादा, 100 शतक बनाने का रिकॉर्ड है. उन्होंने टेस्ट मैचों में 51 और एकदिवसीय मैचों में 49 शतक बनाए हैं.
वनडे करियर का आखिरी शतक
तेंदुलकर ने अपना सौवां और आखिरी अंतरराष्ट्रीय शतक 16 मार्च 2012 को बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर में हुए वनडे मैच में लगाया था.
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