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UDRS में अभी कच्चे हैं कोहली, धोनी से सीखना पड़ेगा!

यूडीआरएस के इस्तेमाल के मामले में विराट कोहली का प्रदर्शन बेहद खराब है.

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UDRS मतलब अंपायर डिसिजन रिव्यू सिस्टम (Umpire Decision Review System). वो सिस्टम जिसके तहत फील्ड अंपायर के फैसले को आप चुनौती दे सकते हो.

क्रिकेट खेलने वाले सभी देशों में भारत ही इकलौता देश है जो लंबे समय तक यूडीआरएस के पक्ष में नहीं रहा. पूर्व भारतीय कप्तान एम एस धोनी ने तो हमेशा इस सिस्टम को लेकर नकारात्मक रुख दिखाया. लेकिन विराट कोहली ने यूडीआरएस को अपनाने में दिलचस्पी दिखाई है. इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की सीरीज में पहली बार भारतीय सरजमीं पर टेस्ट में यूडीआरएस का इस्तेमाल किया गया.

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इसमें कोई शक नहीं कि विराट कोहली ने यूडीआरएस सिस्टम की हर मंच पर वकालत की है, खासकर कप्तानी संभालने के बाद तो वो इस तकनीक के पक्ष में और ज्यादा मुखर हुए हैं. लेकिन दिक्कत ये है कि यूडीआरएस के इस्तेमाल में उनका प्रदर्शन बेहद खराब है.



यूडीआरएस के इस्तेमाल के मामले में विराट कोहली का प्रदर्शन बेहद खराब है.
( फोटो: BCCI )
विराट की कप्तानी में अब तक भारत ने 7 मैचों (5 इंग्लैंड, 1 बांग्लादेश, 1 ऑस्ट्रेलिया) में यूडीआरएस का इस्तेमाल किया है. जिसमें कप्तान कोहली ने 55 बार रेफरल प्रणाली का प्रयोग किया. हैरानी की बात ये कि इन 55 बार में से सिर्फ 17 बार ही उन्हें सफलता मिली है. ये आंकड़े बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों के हैं जिनमें टीम इंडिया का सफलता का रेट सिर्फ 30.9 % ही रहा.

69.1 फीसदी मौकों पर टीम इंडिया यूडीआरएस का फायदा उठाने में नाकाम रही.कई बार बल्लेबाजों ने अति उत्साह में आकर अपना विकेट बचाने के लिए हाथ उठा दिया तो कभी गेंदबाजों और फील्डर्स समझ ही नहीं पाए कि रिव्यू क्यों लिया जाए.

ज्यादा दिक्कतें वैसे फील्डिंग विभाग में रहीं जहां भारत ने अपने 42 में से 32 रिव्यू गंवाए तो वहीं बल्लेबाजी में 13 में से 7 बार उन्हें सफलता मिली.
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धोनी हैं रिव्यू के चैंपियन


बेशक धोनी हमेशा यूडीआरएस के खिलाफ खड़े रहे लेकिन रिव्यू में उनका सफलता रेट काफी अच्छा है. सोशल मीडिया पर ये तक कहा जा रहा है कि कोहली को टेस्ट में धोनी की कमी खल रही है. दरअसल हाल ही में जब विराट कोहली टीम की कप्तानी में धोनी ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे और टी-20 सीरीज खेली थी तो वहां फैसले लेने में कोहली की काफी मदद की थी. फील्डिंग और अन्य रणनीतियों में तो धोनी आगे थे ही, मैदान पर रिव्यू लेने में भी वो कोहली और टीम के अन्य सदस्यों की मदद करते थे.

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कटक वनडे में युवराज के लिए मांगा रिव्यू



यूडीआरएस के इस्तेमाल के मामले में विराट कोहली का प्रदर्शन बेहद खराब है.
( फोटो: BCCI )


19 जनवरी को कटक में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे में अंपायर ने युवराज को विकेट के पीछे कैच आउट दिया था, लेकिन दूसरे छोर पर खड़े धोनी ने युवराज की जगह खुद रिव्यू मांग लिया और फिर युवी नॉटआउट करार दिए गए.

पुणे वनडे में कोहली से पहले मांग लिया था रिव्यू



यूडीआरएस के इस्तेमाल के मामले में विराट कोहली का प्रदर्शन बेहद खराब है.
( फोटो: BCCI )

पुणे वनडे में धोनी ने कप्तान कोहली के इशारा करने से पहले रिव्यू मांग लिया था, जिसकी चर्चा जोरों पर रही थी. इंग्लैंड की पारी के 27वें ओवर में इंग्लैंड के कप्तान इयन मॉर्गन क्रीज थे. पांड्या ने मॉर्गन को चकमा दिया और गेंद उनके बल्ले को छूते हुए विकेटकीपर धोनी के दस्तानों में समा गयी. अंपायर ने अपील खारिज की लेकिन धोनी ने बगैर कोहली से पूछे अंपायर से रिव्यू मांग लिया और मॉर्गन आउट करार दिये गये.

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