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सुशील कुमार की 3 साल बाद वापसी, गोल्ड जीतकर बने नेशनल चैंपियन

सुशील कुमार ने साल 2008 के पेइचिंग ओलिंपिक में ब्रॉन्ज और साल 2012 के लंदन ओलिंपिक में सिल्वर पदक जीता था.

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भारत के स्टार पहलवान सुशील कुमार ने राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में बिना खेले ही गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया.

इंदौर में खेले गए इस टूर्नामेंट में क्वार्टरफाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल में सुशील के खिलाफ खेलने के लिए कोई खिलाड़ी ही नहीं उतरा. सुशील कुमार ने पुरुषों के 74 किलोग्राम फ्रीस्टाइल में ये गोल्ड जीता है.

सुशील कुमार के अलावा रियो ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली साक्षी मलिक और दंगल गर्ल गीता फोगाट ने भी अपने वर्ग में गोल्ड मेडल जीता.

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कैसे मिला सुशील कुमार को गोल्ड?

अपने शुरुआती मुकाबले में ही में सुशील कुमार ने सामने वाले खिलाड़ी को एक मिनट के अंदर ही चित कर दिया और आसानी से क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली.

सुशील ने पहले दौर में मिजोरम के लालमलस्वामा को 48 सेकंड और दूसरे दौर में मुकुल मिश्रा को सिर्फ 45 सेकंड में ही चित कर दिया.

लेकिन क्वार्टर फाइनल, सेमीफइनल और फाइनल में उनके सामने कोई भी खिलाड़ी खेलने नहीं उतरा. सुशील कुमार को क्वॉर्टर फाइनल में प्रवीण ने वॉकओवर दिया.

वहीं सेमीफाइनल में सचिन दहिया उनके खिलाफ मैदान में नहीं उतरे. फाइनल में सुशील का मुकाबला प्रवीण राणा से था, लेकिन चोटिल होने के वजह से वो मुकाबले में ही नहीं उतरे. इस तरह तीन अहम मुकाबलों में बिना खेले ही सुशील कुमार ने गोल्ड जीत लिया.

सुशील ने साल 2008 के बीजिंग ओलिंपिक में ब्रॉन्ज और साल 2012 के लंदन ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीता था.

गीता और साक्षी का दमदार खेल

राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप में महिला कुश्ती में गीता ने 59 किलो वर्ग में पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए फाइनल में सरिता मोर को 8-4 से पटखनी दी. वहीं साक्षी ने 62 किलो वर्ग में सिर्फ 39 सेकंड में हरियाणा की पूजा को 10-0 से हरा कर गोल्ड मेडल पर अपने नाम किया.

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