मैसेजिंग ऐप WhatsApp ने एक बड़ा खुलासा किया है, जिसमें कंपनी ने एक इजरायली कंपनी पर जासूसी का आरोप लगाया है. WhatsApp ने इस कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. आरोप है कि कंपनी के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर WhatsApp के जरिए पत्रकारों, वकीलों, दलित एक्टिविस्ट और कई सामाजिक कार्यकर्ताओं की जासूसी की है.
साइबर हमले अब दुनिया भर की सरकारों और कंपनियों के लिए सबसे बड़ी चिंताओं में से एक हैं. पिछले एक साल में हैकिंग की घटनाओं से सुरक्षा उल्लंघनों में 11% की बढ़ोतरी हुई है.
ये कुछ आंकड़े बताते हैं कि साइबर क्राइम कितना बड़ा खतरा बन गया है -
- हर 14 सेकंड में होता है 1 ransomware अटैक
- साइबर क्राइम इकनॉमी हर साल 1.5 ट्रिलियन डॉलर का मुनाफा कमा रही
- Microsoft के ग्लोबल साइबर रिस्क परसेप्शन सर्वे के मुताबिक, 79% कंपनी साइबर-हमलों को व्यापर के लिए सबसे बड़ा खतरा मानती हैं
दुनिया के कुछ बड़े साइबर हमले
- 2013 में हुए साइबर हमले में Yahoo के सभी 3 बिलियन अकाउंट प्रभावित हुए
- 2014 में सोनी एंटरटेनमेंट पर हुआ साइबर अटैक. हैकर ग्रुप ने एक कॉमेडी फिल्म को रद्द करने की मांग की. फिल्म में उत्तर कोरियाई नेता के खिलाफ हत्या की साजिश को फिल्माया गया था.
- 2018 में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप ने चीन पर 12 साल तक साइबर जासूसी करने का आरोप लगाया
डार्क फेक और उससे जुड़ी चिंताएं
साइबर जगत में डार्क फेक का मतलब होता है कि किसी की आवाज और चहरे की हूबहू नकल हो सकती हो. यानी कि जब कोई आपकी आवाज में किसी से बात कर सकता है , वॉइस मैसेज भेज सकता है, या आपके वॉइस कमांड और फेस डिटेक्शन से सुरक्षित तमाम जानकारियों को चुरा सकता है.
हैकिंग से बचने के लिए क्या करें?
- अपना पासवर्ड 12345 कभी न रखें
- पासवर्ड को लगातार बदलते रहें
- अपने डिवाइस को हमेशा अपडेट करते रहें
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)