WhatsApp को अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी का खामियाजा भुगतना पड़ा है? अगर ऐसा कहा जाए तो गलत नहीं होगा क्योंकि ऐप एनालिटिक्स फर्म सेंसर टॉवर के आंकड़े बता रहे हैं कि इस साल जनवरी से अप्रैल के बीच WhatsApp के ऐप इंस्टॉल में करीब 40 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. क्योंकि कई यूजर्स ने Telegram और Signal जैसे ऐप को डाउनलोड किया है, ऐसे में इनके डाउनलोड में इजाफा हुआ है.
एंड्रॉयड और iOS दोनों तरह के डिवाइसेज में पिछले साल के मुकाबले इस साल जनवरी-अप्रैल के बीच Telegram का इंस्टॉल 98% बढ़ा है. वहीं, प्राइवेसी-फोकस्ड एफ सिग्नल की बात करें तो फर्स्ट टाइम एप डाउनलोड इस ऐप के लिए पिछले साल के मुकाबले 1,200% तक बढ़ गया है. साफ है कि हाल-फिलहाल में लोगों ने तेजी से सिग्नल को डाउनलोड किया है.
फेसबुक के स्वामित्व वाले WhatsApp ने जनवरी में एक विवादास्पद गोपनीयता नीति का ऐलान किया था. इस प्राइवेसी पॉलिसी पर सोशल मीडिया में जमकर चर्चा हुई थी औऱ देखा गया कि बहुत सारे यूजर एक साथ प्लेटफॉर्म को छोड़कर सिग्नल और टेलीग्राम जैसे ऐप्लीकेशन पर जाने लगे.
इसके बावजूद भी अगर कुल डाउनलोड्स की बात करें तो WhatsApp के आगे इसका कोई भी कंपीटिटर एप नहीं ठहरता है. सेंसर टॉवर के मुताबिक, साल 2021 के पहले चार महीनों में WhatsApp के 172 मिलियन डाउनलोड हैं. सिग्नल और टेलीग्राम जैसे जो ऐप्लीकेशन हैं उनमें जनवरी में जो इंस्टॉल की बड़ी उछाल देखने को मिली थी, उतनी उछाल बाद के महीनों में देखने को नहीं मिली.
दिल्ली हाईकोर्ट में केंद्र सरकार ने कहा-नई प्राइवेसी पॉलिसी IT कानून का उल्लंघन
WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर 17 मई को दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई भी हुई. केंद्र सरकार ने कोर्ट को कहा कि WhatsApp कई नई पॉलिसी भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी (IT) कानून का उल्लंघन है. सरकार ने सोशल मीडिया कंपनी से पूछा है कि क्या वो इस आरोप की पुष्टि करता है. WhatsApp ने हाईकोर्ट को बताया कि वो उन यूजर्स का अकाउंट डिलीट नहीं करेगी, जिन्होंने पॉलिसी मंजूर नहीं किया है. कंपनी ने ये भी कहा कि अकाउंट डिलीट करने को लेकर अभी तक कोई समयसीमा तय नहीं की जा सकी है.
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