देशभर में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या करीब 2000 पहुंच गई है. केंद्र और राज्य सरकारें हर संक्रमित शख्स को ट्रेस करने की पूरी कोशिश कर रही हैं. इस बीच केंद्र सरकार ने Covid19 ट्रैकिंग ऐप लॉन्च कर दिया है. इस ऐप का नाम 'आरोग्य सेतु' रखा गया है. ऐप को इलेक्ट्रॉनिक्स और इन्फॉर्मेशन मिनिस्ट्री ने पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत तैयार किया है.
कैसे काम करता है ऐप?
'आरोग्य सेतु' ऐप यूजर के लोकेशन डेटा और ब्लूटूथ से पता लगाएगा कि वो किसी कोरोना वायरस पॉजिटिव शख्स के करीब गया था या नहीं. अगर यूजर किसी मरीज के संपर्क में आया होगा, तो ऐप यूजर का डेटा सरकार के साथ शेयर करेगा.
ऐप में क्या-क्या फीचर हैं?
'आरोग्य सेतु' ऐप में हर राज्य के लिए कोरोना वायरस हेल्पलाइन नंबर की जानकारी मौजूद है. इसके साथ ही ऐप में एक चैटबॉक्स भी है, जिसके जरिए यूजर सवाल पूछ सकते हैं और वायरस के लक्षणों के बारे में पता कर सकते हैं. ऐप में महामारी से जुड़े स्वास्थ्य मंत्रालय के अपडेट भी दिखेंगे. इसके अलावा एंड्रॉइड यूजर के पास स्वास्थ्य मंत्रालय के ट्वीट देखने का भी ऑप्शन होगा.
कैसे कर सकते हैं डाउनलोड?
ऐप इस्तेमाल करने के लिए यूजर को एक रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया से गुजरना होगा, जिसमें मोबाइल नंबर का इस्तेमाल होगा. एंड्रॉइड यूजर ऐप को गूगल प्ले स्टोर से फ्री में डाउनलोड कर सकते हैं. आईफोन यूजर को एपल स्टोर में ये ऐप मिल जाएगा. 'आरोग्य सेतु' ऐप 11 भाषाओं में उपलब्ध है.
डेटा प्राइवेसी का क्या?
ऐप की प्राइवेसी पॉलिसी में साफ लिखा है कि यूजर डेटा किसी भी थर्ड-पार्टी के साथ शेयर नहीं किया जाएगा. पॉलिसी कहती है कि डेटा सिर्फ भारत सरकार के साथ शेयर किया जाएगा और किसी भी समय मोबाइल नंबर और नाम सार्वजानिक नहीं होगा.
अपोलो हॉस्पिटल ने लॉन्च किया सेल्फ-टेस्ट ऐप
अपोलो हॉस्पिटल के डिजिटल विंग अपोलो 24|7 ने 'कोरोनावायरस रिस्क स्कैन' नाम का एक सेल्फ-टेस्ट ऐप लॉन्च किया है. इस ऐप के जरिए यूजर कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे का अनुमान लगा सकता है. इसके लिए यूजर को आठ आसान सवालों के जवाब देने होंगे. ये सवाल यूजर की उम्र, जेंडर, शरीर का तापमान, ट्रेवल हिस्ट्री और मेडिकल हिस्ट्री से जुड़े होते हैं.
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