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बेंगलुरु की 'क्विंटाइप' ने सीरीज ए फंडिंग में 25 करोड़ रुपए जुटाए

क्विंटाइप टेक्नोलॉजिज को IFFL AMC से निवेश मिला है

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क्विंटाइप टेक्नोलॉजिज को IFFL AMC से सीरीज A में 25 करोड़ रुपए का निवेश मिला है. क्विंटाइप एक स्टार्टअप है जो डिजिटल प्रकाशकों को कंटेंट बनाने, उसे प्रसारित करने और मॉनिटाइज करने के लिए एक दमदार प्लेटफॉर्म मुहैया कराता है. क्विंटाइप के कारण डिजिटल प्रकाशकों को ऐसा कंटेंट और सब्सक्रिप्शन सिस्टम मिल सका है जो इससे पहले सिर्फ सबसे बड़े मीडिया संगठनों के ही पास था.

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क्विंटाइप के सीईओ चिरदीप शेट्टी ने कहा, “दुनिया भर की मीडिया कंपनियां और कंटेंट क्रिएटर 'डिजिटल-फर्स्ट' रणनीति की ओर बढ़ रहे हैं और कोरोना महामारी ने इस बदलाव को और तेजी दी है. क्विंटाइप की टीम का फोकस रहा है बेहतरीन प्रोडक्ट बनाना, ताकि हम दुनिया भर के पब्लिशर्स को शानदार सपोर्ट दे सकें. हम टेक्नोलॉजी पर खूब मेहनत करते हैं ताकि पब्लिशर्स अपने दर्शकों के लिए बेहतर कंटेंट बनाने पर ध्यान केंद्रित कर सकें. ”

चिरदीप शेट्टी ने निवेश पर कहा,

“पिछले कुछ सालों में डिजिटल मीडिया में एक मौलिक बदलाव ये हुआ है कि दर्शक ऑन डिमांड कंटेंट चाहते हैं. हम इस डिजिटल इकोसिस्टम का निर्माण और विस्तार करके इस बदलाव का नेतृत्व कर खुश हैं और IIFL AMC का निवेश उसी दिशा में एक कदम है. ”
चिरदीप शेट्टी, क्विंटाइप के सीईओ
क्विंटाइप के मुताबिक कंपनी अपने ऑपरेशन और पहुंच को बढ़ाने के लिए फंड का इस्तेमाल करेगी. देश के लीडिंग पब्लिशर ब्लूमबर्ग क्विंट, प्रभात खबर, द क्विंट, बार और बेंच, स्वराज्य अपने कंटेंट को पब्लिश करने और डिस्ट्रिब्यूट करने के लिए क्विंटाइप का इस्तेमाल करते हैं.

IIFL AMC के सीनियर मैनेजिंग पार्टनर प्रशस्त सेठ ने कहा, “क्विंटाइप, अपने प्रोडक्ट के साथ, डिजिटल कंटेंट और पब्लिशिंग स्पेस की बढ़ोतरी में तेजी लाने के लिए तैयार है. यह कंटेंट बनाने वालों को आसानी से डिजिटल बनने में मदद करता है. उन्हें सैकड़ों बिल्ट-इन-फीचर देता है ताकि वो आसानी से कंटेंट बना सकें, उसे डिस्ट्रीब्यूट और मॉनिटाइज कर सकें.

प्रशस्त सेठ बताते हैं,

हम इस पार्टनरशिप से खुश हैं क्योंकि क्विंटाइप की पेशेवर टीम के पीछे ऐसे प्रमोटर्स हैं जो तकनीक और मीडिया दोनों क्षेत्रों में हैं और पब्लिशिंग स्पेस को बदलने की राह पर चल रहे हैं.

मीडिया उद्यमी और स्टार्टअप के शुरुआती निवेशक राघव बहल और रितु कपूर ने कहा,

“जब हमने 2014 में मोबाइल के जरिए डिजिटल पत्रकारिता में अपनी यात्रा शुरू की, तो हम अमेरिका में इस क्षेत्र में पहल करने वाले कुछ लोगों से मिले. उन्होंने डिजिटल पब्लिशिंग प्लेटफॉर्म की अनूठी शक्ति के साथ मोबाइल पत्रकारिता में टेकनोलॉजी के महत्व पर जोर दिया. दुनिया भर के पब्लिशर्स का भी ऐसा ही मानना था”

वो आगे कहते हैं, “हमने डिजिटल पब्लिशिंग टेक में छाप छोड़ने को उत्सुक कुछ असाधारण प्रोफेशनल्स के एक ग्रुप को शुरुआती पूंजी दी. क्विंटाइप की शुरुआती सफलताओं का ही नतीजा है कि दुनिया भर के 70 पब्लिशर अब इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. हमें खुशी है कि क्विंटाइप अब शुरुआती निवेश के बाद अगले दौर में जा रही है. इसे हमारी तमाम शुभकामनाएं हैं और हम अपना संकल्प भी दोहराते हैं कि जब तक ये सही मायने में वैश्विक स्तर पर नहीं पहुंच जाती, तब तक हम अपना समर्थन जारी रखेंगे."

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