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फेसबुक पर किस राजनीतिक पार्टी ने कितना खर्च किया, सब पता चल जाएगा

जुकरबर्ग ने पहले कहा- “मैं नहीं चाहूंगा कि कोई हमारे मंच का इस्तेमाल लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने के लिए करे.”

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क्या आपको पता है कि फेसबुक पर जो राजनीतिक दल या नेता प्रचार करते हैं, विज्ञापन देते हैं, उनका खर्च कितना आता है? कितना पैसा वो अपने वोटर को रिझाने में खर्च करते हैं? भले ही ये अभी हमें न पता हो लेकिन अब फेसबुक अपने राजनीतिक विज्ञापन के नियम में बदलाव करने जा रहा है. मतलब, राजनीतिक विज्ञापन को लेकर और ट्रांसपेरेंट होने जा रहा है. जिससे लोगों को ये पता चल सकेगा कि किस नेता और राजनीतिक पार्टी ने फेसबुक पर अपने प्रचार पर कितना खर्च किया है.

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राजनीतिक विज्ञापन पर ये है फेसबुक की पहल

फेसबुक के फाउंडर मार्क जकरबर्ग ने राजनीतिक विज्ञापन को लेकर नए नियम का एेलान किया है. जकरबर्ग ने कहा कि जब कोई टीवी या दूसरे मीडियम पर राजनीतिक विज्ञापन देता है, तो कानून के मुताबिक ये जरूरी है कि वो ये बताये कि उस प्रचार के लिए किसने भुगतान किया है. और इसी को देखते हुए अब फेसबुक भी हाई स्टैंडर्ड ट्रांसपेरेंसी सिस्टम लेकर आ रहा है.

हम सिर्फ राजनीतिक विज्ञापन को ही नहीं बल्कि सभी विज्ञापनों को ज्यादा से ज्यादा पारदर्शी बना रहे हैं. हम जल्द ही ऐसे फीचर की टेस्टिंग शुरू कर देंगे जिससे कोई भी किसी भी फेसबुक पेज पर जाकर देख सकेगा कि उस पेज पर कौन सा विज्ञापन चल रहा है. साथ ही हम राजनीतिक एडवरटाइजर के लिए एक ऐसे टूल पर काम कर रहे हैं जो यूजर को एक विज्ञापनों के संग्रह के रूप में ये बताएगा कि उस पेज पर पहले कौन कौन सा विज्ञापन चल चुका है. वहीं इस फीचर के बाद कोई भी यूजर आसानी से ये देख सकेगा कि किस एडवरटाइजर ने कितना पैसा खर्च किया है. और वो विज्ञापन कितने लोगों तक पहुंचा है.
मार्क जकरबर्ग, फाउंडर, फेसबुक

फिलहाल जकरबर्ग के मुताबिक 2018 में यूएस में होने वाले मिड टर्म इलेक्शन से पहले इसे रोल आउट कर लिया जायेगा.

राजनीतिक विज्ञापन की अलग होगी पहचान

पॉलिटिकल एडवरटाइजर को अपनी पहचान को वेरीफाई करने के लिए अब और ज्यादा जानकारियां देनी होंगी. एक बार वेरीफाई होने के बाद हम उनके विज्ञापन पर ये लेबल लगा देंगे कि वो राजनीतिक विज्ञापन है. साथ ही उन्हें ये भी जानकारी देनी होगी कि इस विज्ञापन के लिए पैसा किसने दिया है.

जकरबर्ग ने इस बात का इशारा कुछ दिन पहले ही दे दिया था. उन्होंने कहा था, “मैं नहीं चाहूंगा कि कोई हमारे मंच का इस्तेमाल लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने के लिए करे. हम इसके लिए नहीं हैं.”

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