एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लिए खुशखबरी है. अब गूगल ने पाइरेसी पर नकेल कसने की तैयारी कर ली है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जल्द ही गूगल, टॉरेंट को अपनी सर्च लिस्ट से हटा सकता है. इसके साथ ही अवैध तरीके से फिल्में, वीडियो और सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने पर कुछ हद तक लगाम लग सकेगी. इंटरनेट पर फिल्मों का पायरेटेड वर्जन आने से फिल्म इंडस्ट्री को काफी नुकसान होता था.
क्या है गूगल की तैयारी ?
पाइरेसी को रोकने के लिए गूगल अपने कोड और एल्गोरिथ्म में बदलाव कर रहा है. साथ ही गूगल अपने जैसी ही सर्च इंजन बिंग, याहू से भी बातचीत में जुटा हुआ है, जिससे किसी भी सर्च इंजन पर पाइरेटेड कंटेट नहीं ढूंढा जा सके. टॉरंट को सर्च लिस्ट से हटाया जा सके. सब कुछ ठीक रहा तो इसी साल 1 जून से ये व्यवस्था गूगल पर लागू की जा सकेगी.
क्या है नफा-नुकसान ?
भारत में इंटरनेट लगातार सस्ता हो रहा है, जिससे यूजर्स बड़ी मात्रा में कंटेट डाउनलोड करते हैं. ऐसे में गूगल के इस फैसले के बाद यूजर्स को कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. दूसरी तरफ देश में फिल्मों की पाइरेसी पर रोक लग सकेगी.
आपको बता दें कि टॉरंट के इस्तेमाल से किसी बड़ी फाइल को बहुत आसानी से डाउनलोड किया जाता है. तेज गति से फिल्मों, वीडियो और गाने को डाउनलोड करने के लिए यूजर्स इसका इस्तेमाल करते हैं, हालांकि इससे पाइरेसी को बढ़ावा मिलता है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)