WhatsApp Fake News: व्हाट्सएप फेक न्यूज से निपटने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का उपयोग कर रहा है. यह प्लेटफॉर्म आपको अपनी कांटेक्ट लिस्ट में किसी को भी मैसेज, पेमेंट व वीडियो और ऑडियो कॉल भेजने की अनुमति देता है. 180 से अधिक देशों के 2 बिलियन से अधिक व्हाट्सएप यूजर्स की बिना सच जानें मैसेज को फॉरवर्ड करने की आदत बन गई है. जिसके चलते दुनिया भर में किसी भी मैसेज को वायरल होने में कुछ सेकंड लगते हैं.
व्हाट्सएप फर्जी खबरों के प्रसार को रोकने के लिए complex human intelligence और AI machine learning algorithms का प्रयोग कर रही है. आईआईआईटी दिल्ली के एक प्रोफेसर प्रो. पोन्नुरंगम कुमारगुरु ने कहा कि टीम फोटो, टेक्स्ट मैसेज व रिकॉर्डिंग के नकली समाचारों का पता लगाने के लिए मशीन लर्निंग सॉल्यूशंस का उपयोग कर रही है.
एआई तकनीक मैसेज की जांच कर ऐसे देगी जानकारी
मशीन लर्निंग में एआई तकनीक उपलब्ध मैसेज की जांच कर उसकी सही जानकारी देगी. सभी प्रकार के संदेशों को दो रंग कोड प्रदान किए जाएंगे- सही खबर के लिए हरा और फर्जी खबर के लिए लाल रंग का कोड देगा.
एआई-आधारित मशीन लर्निंग ऑटोमैटिक खातों से संबंधित जानकारी भी प्रदान करता है जिसमें एक विशेष कोड जोड़े बिना टाइपिंग संकेत का अभाव होता है. यह एआई तकनीक उन स्वचालित व्हाट्सएप खातों को हटा सकती है और फोन नंबर को स्थायी रूप से ब्लॉक कर सकती है.
2 मिलियन से अधिक खाते बंद किये
2019 में व्हाट्सएप ने घोषणा की उसने हर महीने ऑटोमैटिक मैसेज भेजने वाले 2 मिलियन से अधिक खातों पर प्रतिबंध लगाया है. मशीन लर्निंग एल्गोरिदम के साथ एआई तकनीक के आगमन के साथ, व्हाट्सएप वैश्विक बाजार में सबसे बड़े सामाजिक प्लेटफार्मों में से एक के रूप में उभर रहा है.
WhatsApp खातों की गोपनीयता की रक्षा करने के साथ ग्राहकों की संतुष्टि को बढ़ाने के लिए WhatsApp निरंतर आग्रह करता है. हम नकली समाचारों के प्रसार से निपटने के लिए व्हाट्सएप पर मशीन लर्निंग के अनुप्रयोग का अनुभव कर रहे हैं.
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