दुनिया भर में एपल एक बहुत ही मशहूर कंपनी के रूप में अपनी पहचान बना चुकी है. मेट्रो सिटी में तो एपल को बच्चा-बच्चा तक जानता है ही, लेकिन गांव-देहात में भी इस कंपनी का जिक्र गाहे-बगाहे सुनने को मिल ही जाता है. अब तक इस कंपनी को आईफोन, आइपैड, मैकबुक और एयरपॉड जैसे ढेरों इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी के रूप में जाना जाता है, लेकिन अब ये कार मार्केट में कदम रखने जा रही है. ‘इलेक्ट्रिक कार’ बनाने वाली कंपनी के रूप में एपल 2024 में एंट्री करेगी.
खुद की बैटरी तकनीक बनाने पर जोर
एपल की मार्केट में लाई जाने वाली कार की सबसे बड़ी खासियत ये मानी जा रही है कि एपल अपने स्मार्टफोन के प्रोसेसर की तरह ही अपनी इलेक्ट्रिक कार के लिए खुद ही बैटरी तकनीक को विकसित करने में लगी हुई है. न्यूज एजेंसी रॉयटर की मानें तो एपल की बनाई जाने वाली ये कार एक तरह से पैसेंजर कार होगी. ऐसी खबरें हैं कि साल 2014 से ही एपल ऑटोमोबाइल सेक्टर में एंट्री करने के लिए एक अहम प्रोजेक्ट पर काम कर रही है.
एपल की ऑटोमोबाइल सेक्टर में उतरने की सुगबुगाहट सुनने से मशहूर कंपनी टेस्ला के माथे पर बल पड़ना स्वाभाविक है, क्योंकि टेस्ला भी इस सेक्टर (इलेक्ट्रिक कार) में काफी पहलेउतर चुकी है और उसे अपनी कार मार्केट में लाने के लिए 17 साल का समय लगा, जबकि एपल ने इस सेक्टर में जो तेजी दिखाई है, उससे ऑटोमोबाइल कंपनियों को कड़े कॉन्पिटिशन के लिए तैयार रहने की जरूरत है.
ऑटो इंडस्ट्री में पैर जमाने की चुनौती
जिस तरह लोगों को एपल के नए-नए प्रोडक्ट्स का बड़ी बेसब्री से इंतजार रहता है, उसी तरह से एपल की कार का लोगों को बड़ी बेसब्री से इंतजार है, ये कहना गलत नहीं होगा. बस देखने वाली बात ये होगी कि ऑटो सेक्टर में एपल खुद को कैसे स्थापित करेगी और क्या उसी तरह से ऑटो सेक्टर में भी जड़ें जमा पाएगी, जिस तरह से उसने मोबाइल फोन या अन्य इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स को लॉन्च करके अपनी पहचान बनाई है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)