साल 2024 का पहला चंद्रग्रहण (lunar Eclipse) सोमवार, 25 मार्च का लगने वाला है. इसी दिन पूरे भारत भर में होली (Holi 2024) का त्योहार मनाया जाएगा. साल का पहला चंद्रग्रहण सोमवार (25 मार्च) की सुबह 10:23 बजे से शुरू होगा. यह पूरे नॉर्थ और साउथ अमेरिका में दिखाई देगा. जबकि इस ग्रहण को भारत के लोग नहीं देख पाएंगे.
"सूतक काल" पर कोई रोक नहीं
भारत में यह चंद्र ग्रहण ना दिखने के कारण "सूतक काल" पर विचार नहीं किया जाएगा. चंद्रग्रहण को लेकर सोमवार को कोई धार्मिक प्रतिबंध नहीं होगा और सभी मंदिर के दरवाजे खुले रहेंगे. सूतक काल ग्रहण के 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है और इस काल में देवी-देवताओं की पूजा या अनुष्ठान जैसे शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. इसलिए आमतौर पर इस दौरान धार्मिक गतिविधियों को करने या शुभ कार्य शुरू करने से बचने की सलाह दी जाती है.
Space.com द्वारा दिए गए जानकारी के अनुसार, यह ग्रहण 4 घंटे और 39 मिनट तक जारी रहेगा. जहां यह सुबह 10:23 बजे से शुरू होगा और दोपहर 3:02 बजे समाप्त होगा.
चंद्र ग्रहण क्या होता है और कब लगता है?
चंद्र ग्रहण तब होता या लगता है जब चंद्रमा पृथ्वी की छाया से होकर गुजरता है और 'काला' दिखाई देता है. यह अल्पकालिक घटना एक वर्ष में लगभग दो बार घटित होती है. उपछाया ग्रहण के दौरान ग्रह की केवल अधिक फैली हुई बाहरी छाया चंद्रमा के चेहरे पर पड़ती है.
NASA के एक ब्लॉग के अनुसार, “चूंकि पूर्णिमा 24 मार्च की देर शाम से 25 मार्च की सुबह तक रहेगी. इसलिए यह पृथ्वी की उपछाया, या इसकी छाया के हल्के बाहरी हिस्से से होकर गुजरेगी. इसे उपछाया ग्रहण कहा जाता है."
फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा की रात को होलिका दहन किया जाता है जो कि इस साल 24 मार्च को किया जाएगा और इसके अगले दिन यानी 25 मार्च को रंगों वाली होली खेली जाएगी. इस दिन सभी लोग एक दूसरे को रंग लगाते हैं और होली की बधाई देते हैं. इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक भी माना जाता है, इसलिए इस पर्व को धूमधाम से पूरे देश में मनाया जाता है.
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