भारत में टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नौकरी करने के लिहाज से एडोब बेहतरीन कंपनियों में एक मानी जा रही है. इसके बाद एनवीडिया और माइक्रोसॉफ्ट का नंबर आता है. एम्प्लॉयमेंट वेबसाइट इनडीड ने मंगलवार को अपनी एक स्टडी में यह बात कही है.
ये स्टडी इनडीड ने टॉप रैंकिंग वर्कप्लेस के लिये भारतीय कर्मचारियों के बीच किया था. इस लिस्ट में मल्टीनेशनल कंपनियों का दबदबा कायम रहा. भारतीय अंतरिक्ष शोध संगठन (इसरो) सूची में 10वें पायदान पर है. साथ ही यह इस लिस्ट में शामिल होने वाली अकेली सरकारी कंपनी है.
टॉप 10 कंपनियों में सैप, अकामई टेक्नोलॉजीज, वीएमवेयर, सिस्को, इंटेल और सिट्रिक्स सिस्टम्स इंक शामिल है. रिपोर्ट में कहा गया कि टॉप 5 कार्यस्थलों में मल्टीनेशनल (एमएनसी) शामिल हैं. यह इस बात का स्पष्ट संकेत है कि नौकरी की तलाश करने वाले भारतीय अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को करियर के लिहाज अच्छा मानते हैं.
टॉप 15 कंपनियों में ई-कॉमर्स कंपनी मिंट्रा और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) जैसी भारतीय कंपनियां शामिल हैं.
बहुत से युवा देश में ही चाहते हैं नौकरी
सर्वे के मुताबिक, भारत में नौकरी तलाशने वालों की संख्या बढ़ रही है. भारत में नौकरी चाहने वाले ब्रिटेन गए लोगों की संख्या में 25 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. एशिया पैसिफिक क्षेत्र से भी यह रुख और ज्यादा दिखाई दे रहा है.
एशिया प्रशांत क्षेत्र से भारत में नौकरी चाहने वाले ऐसे लोगों की संख्या में 170 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.
तेजी से बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था और विदेशों में राजनीतिक अस्थिरता की वजह से ज्यादातर स्किल्ड टैलेंट देश में ही नौकरी ढूंढ रहा है.शशि कुमार, प्रबंध निदेशक, इंडीड इंडिया
जॉब के लिए यहां जाना चाहते हैं भारतीय
पिछले साल आई एक रिपोर्ट में कहा गया था कि ब्रेक्जिट की वजह से भारतीय जॉब के लिए ब्रिटेन जाने से कतरा रहे हैं. वहीं जर्मनी और आयरलैंड जैसे देशों में नौकरी पाने की चाहत रखने वाले भारतीयों की संख्या बढ़ी है.
जर्मनी में नौकरी चाहने वाले भारतीयों की संख्या 10 प्रतिशत बढ़ी है. आयरलैंड जाने के इच्छुक भारतीयों की संख्या में 20 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.
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