ट्विटर के सब्सक्रिप्शन प्लान लॉन्च करने बाद अब बाकी सोशल नेटवर्किंग कंपनियां भी इसी रास्ते पर चलने लगी हैं. रविवार, 19 फरवरी को मेटा (Meta) ने अपने सोशल साइट्स फेसबुक (Facebook) और इंस्टाग्राम के लिए पेड ब्लू बैज पॉलिसी की घोषणा की. घोषणा के बाद से ही इंटरनेट पर इसकी चर्चा लगातार हो रही है.
कंपनी के CEO मार्क जुकरबर्ग ने खुद मेटा वेरिफाइड की घोषणा करते हुए बताया कि किसी अकाउंट को वेरिफाई करने के लिए अब 11.99 डॉलर (991 रुपये) प्रति माह देना होगा.
कहां शुरू हो रही सर्विस? ये सेवा संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य देशों में लॉन्च की जाएगी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में मेटा वेरिफाइड सर्विस इसी हफ्ते से शुरू किया जा रहा है.
जुकरबर्ग ने फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए अपने बयान में लिखा, "यह नई सुविधा हमारी सेवाओं में प्रामाणिकता और सुरक्षा बढ़ाने के बारे में है."
क्या फायदा? कंपनी के अनुसार, सब्सक्राइबर्स को एक बैज मिलेगा, जिसका मतलब होगा कि उनका अकाउंट एक सरकारी आईडी से वेरिफाई है. इसके साथ ही फेक खातों से अतिरिक्त सहायता, कस्टमर सपोर्ट तक सीधी पहुंच और कंटेंट क्रिएटर्स को ज्यादा रीच (पहुंच) मिलेगी. कंपनी ने कहा कि यह सेवा मुख्य रूप से कंटेंट क्रिएटर्स के लिए होगी जो प्लेटफॉर्म पर अपना विस्तार करना चाहते हैं.
पहले से वेरिफई खातों पर क्या असर? कंपनी ने कहा कि फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पहले से वेरिफाई खातों में कोई बदलाव नहीं होगा. केवल 18 साल से ज्यादा की उम्र के यूजर्स को ही वेरिफिकेशन बैज लेने का अधिकार होगा. हालांकि ये सेवा व्यवसायों के लिए उपलब्ध नहीं है.
ट्विटर ने शुरू की थी ऐसी ही सर्विस: पिछले साल सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने भी इसी तरह की सेवा शुरू की थी, लेकिन शुरू होते ही ट्विटर पर नकली खातों की बाढ़ सी आई गई. इससे विज्ञापनदाताओं में डर बनने लगा और साइट के भविष्य पर संदेह हो गया. इसके बाद इसकी सेवाओं को कुछ दिन रोकने के बाद फिर से शुरू किया गया.
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