ड्रोन रेसिंग अब एक नए बिजनेस के तौर पर उभर रहा है. इस रेसिंग का सबसे खिलाड़ी कौन है इंसान या रोबोट? नासा ने इसी बात का पता लगाने के लिए 12 अक्टूबर को एक वर्ल्ड क्लास पायलट और आर्टिफिशियल इंटिलेजिंस (AI) से चलने वाले ड्रोन के बीच ड्रोन रेसिंग कराई.
इस रेस में पायलट ने रोबोट (AI) को मात दे दी. लेकिन रोबोट ने ड्रोन को स्थाई और आसान तरीके से रोबोट को उड़ाया.
यहां देखिए रेस:
नतीजों में क्या सामने आया?
इस रेस के नतीजे ऐलान इसी हफ्ते किया गया है. इसमें कहा है कि ऑटोमेटिक ड्रोन की 13.9 सेकेंड के एवरेज की तुलना में पायलट केन लो का एवरेज 11.1 सेकेंड का रहा. नासा के जेट प्रोपल्सन लैबोरेटरी में गूगल के फंडेड रोबोट ने इस रेस में हिस्सा लिया था. लैबोरेटरी के प्रोजेक्ट मैनेजर रॉब रेड ने कहा कि इंसान के मुकाबले AI ने ड्रोन को ज्यादा अच्छी तरह उड़ाया, लेकिन पायलट ने बहुत आक्रामक तरीके से ड्रोन को उड़ाया.
बता दें कि नासा की इस टीम ने 3 ड्रोन को डेवलप किया है, इनके नाम हैं- बैटमेन, जोकर और नाइटविंग.
ये रोबोट कुछ इस तरह से प्रोग्राम्ड यानी तैरयार हैं कि ये बिना किसी चीज से टकराए तुरंत उड़ने की स्थिति में होते हैं. वैज्ञानिक मानते हैं कि अब वो दिन दूर नहीं जब ड्रोन की ये रेसिंग प्रोफेशनली भी शुरू हो जाएगी.
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