दिग्गज सोशल मीडिया कंपनी Twitter ने कोविड से जुड़ी गलत सूचनाओं से निपटने के लिए कमर कस ली है. ट्विटर ने ऐलान किया है कि वो यूजर्स के लिए एक नई सर्विस की शुरुआत करेगा, जिसके जरिए यूजर्स रिपोर्ट करके ऐसे ट्वीट को फ्लैग कर पाएंगे जो गलत सूचना फैलाने वाले हो सकते हैं.
कैसे कर सकेंगे रिपोर्ट?
Verge के मुताबिक, यूजर्स बिल्कुल उसी तरह से गलत सूचनाओं की रिपोर्ट कर पाएंगे जैसे वो उत्पीड़न वाली या दूसरी नुकसानदायक सामग्री की रिपोर्ट करते हैं. यानी ट्विटर पर हाल में उपलब्ध रिपोर्ट करने के विकल्प जैसा ही विकल्प इस नई सुविधा में भी मुहैया कराया जाएगा.
क्या-क्या विकल्प दिए जाएंगे यूजर्स को?
यूजर्स को गलत सूचनाओं की कैटेगरी चुनने से संबंधित विकल्प भी दिए जाएंगे. यूजर्स ये चुन पाएंगे कि सूचना राजनीतिक है, स्वास्थ्य से संबंधित है या किसी अन्य कैटेगरी की है.
ट्विटर ने मंगलवार को अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया में ज्यादातर यूजर्स के लिए ये नई सुविधा शुरू की है. ट्विटर का कहना है कि,
ये सुविधा दूसरे यूजर्स को मुहैया कराने से पहले, कुछ महीनों तक इस एक्सपेरिमेंट को जारी रखा जाएगा. नई सुविधा की टेस्टिंग, उन गलत सूचना वाले ट्वीट की पहचान करने के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है, जो ट्वीट वायरल हो सकते हैं.
हर रिपोर्ट की नहीं होगी समीक्षा
ट्विटर के मुताबिक, इस नई सुविधा की टेस्टिंग जारी है, इसलिए हर रिपोर्ट की तो समीक्षा नहीं की जाएगी. लेकिन टेस्टिंग के माध्यम से मिले डेटा से कंपनी को ये तय करने में मदद मिलेगी कि अगले कुछ हफ्तों में इस सुविधा में और कैसे विस्तार या सुधार किया जा सकता है.
अमेरिका में कोविड के नए वेरिएंट फैलने के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में जो बाइडेन प्रशासन ने गलत सूचनाओं को रोकने के लिए कड़ा रुख अपनाया है. इसके बाद से ही इस नए तरीके पर काम किया जा रहा है.
अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन ने कोविड वैक्सीन को लेकर फैल रही गलत सूचनाओं के लिए, फेसबुक सहित अन्य ऑनलाइन प्लैटफार्म से कड़ाई से बात की है. साथ ही, फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया कंपनियों को नुकसानदायक पोस्ट हटाने से जुड़ी रणनीति पर ठीक से काम करने के लिए कहा है.
Verge की रिपोर्ट के मुताबिक, यूएस सर्जन जनरल ऑफिस ने एक रिपोर्ट पब्लिश की है. इसमें ऐसे नए तरीकों की रूपरेखा तैयार की गई है, जिन्हें अपनाकर सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म स्वास्थ्य संबंधी गलत सूचनाओं को रोक पाएंगे.
रिपोर्ट में प्लैटफॉर्म के नियमों का बार-बार उल्लंघन करने वाले खातों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने और अपने एल्गोरिदम को फिर से डिजायन करने के लिए कहा गया है, ताकि झूठी जानकारी को बढ़ने से रोका जा सके.
ट्विटर फेक न्यूज रोकने के लिए उतार चुका है 'बर्डवॉच'
ट्विटर ने साल की शुरुआत में ही फेक न्यूज रोकने से जुड़े अपने नए फीचर 'बर्डवॉच' का पायलट वर्जन चुनिंदा यूजर्स के लिए उतारा था. इस फीचर की खासियत ये है कि इसका हिस्सा बने पार्टिसिपेंट भ्रामक सूचनाओं को फ्लैग करने के साथ-साथ ये नोट भी जोड़ सकते हैं कि वो सूचना क्यों भ्रामक है.
इसके अलावा, बाकी के पार्टिसिपेंट उस नोट को रेटिंग भी दे पाएंगे, जिससे नोट्स की विश्वसनीयता का आकलन किया जा सकेगा.
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