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पासवर्ड हैकिंग से हैं परेशान? गूगल की सिक्योरिटी सर्विस करेगी मदद

गूगल ने पासवर्ड सिक्योर करने के लिए तैयार की टेक्नोलॉजी

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आपकी डेली लाइफ एक डिजिटल लाइफ बन चुकी है, जिसका सेक्योर रहना काफी जरूरी है. इसी वजह से अब गूगल भी आपके डिजिटल वर्ल्ड की सिक्योरिटी के बारे में अहम कदम उठाने लगा है. गूगल ने 5 फरवरी को सेफर इंटरनेट डे के मौके पर दो नई सुविधाएं पासवर्ड चेकअप और क्रॉस अकाउंट प्रोटेक्शन शुरू की हैं.

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पासवर्ड चेकिंग

पासवर्ड चेकअप एक ऐसी सुविधा है जिससे गूगल किसी के भी अकाउंट का नाम और उसके पासवर्ड को कई सौ करोड़ यूजर्स की लिस्ट में भी ढूंढ सकता है और उसे सेक्योर कर सकता है. अगर आपके पासवर्ड के साथ कोई भी छेड़छाड़ हुई है तो क्रोम एक्सटेंशन एक ऑटोमेटिक वॉर्निंग देगा और आपको तुरंत पासवर्ड चेंज करने की सलाह देगा.

क्रॉस अकाउंट प्रोटेक्शन

क्रॉस अकाउंट प्रोटेक्शन को उन एप्लीकेशन और वेबसाइट्स के लिए सिक्योरिटी डिवाइस के तौर पर डिजाइन किया गया है, जिन्हें गूगल साइन इन की जरूरत होती है. गूगल का कहना है कि यह टूल अकाउंट हाईजैकिंग की कोशिश या फिर अन्य किसी तरह की सुरक्षा से संबंधित और खतरों से जुड़ी जानकारी भेजने में कारगर है.

गूगल की यह सुविधा काफी कारगर साबित हो सकती है, क्योंकि ज्यादातर यूजर्स थर्ड पार्टी अकाउंट्स में लॉगइन के लिए अपने गूगल अकाउंट पर ही भरोसा करते हैं. इसीलिए यह करोड़ों यूजर्स को सुरक्षा देने में काफी मददगार हो सकता है
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गूगल का दावा है कि ये सिक्योरिटी टेक्नोलॉजी गूगल और स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी के क्रिप्टोग्राफी रिसर्चर्स की मदद से डेवलप की है. इसके अलावा इसमें अन्य टेक्नोलॉजी कंपनियों जैसे एडोब और आईईटीएफ की मदद भी ली गई.

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पहले भी बन चुकी है ऐसी टेक्नोलॉजी

गूगल ने जो पासवर्ड चेकअप टूल लॉन्च किया है, वो लोगों के लिए काफी मददगार साबित होगा. लेकिन गूगल पहली ऐसी कंपनी नहीं है जिसने ये टेक्नोलॉजी डेवलप की है. एक फेमस सिक्योरिटी एक्सपर्ट ट्रॉय हंट प्वनेड पार्सवर्ड नाम की एक नई टेक्नोलॉजी लाए हैं. यह एक ऐसी सर्विस है जो आपको पासवर्ड सेलेक्ट करने में मदद करती है और इससे आप पता कर सकते हैं कि आपके पासवर्ड के साथ पहले छेड़छाड़ हुई है या नहीं. उन्होंने 500 मिलियन पासवर्ड्स के डेटाबेस का इस्तेमाल कर इस टेक्नोलॉजी को बनाया है.

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