उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (Uttar Pradesh election) से ठीक पहले योगी कैबिनेट से स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के बाद एक दूसरे मंत्री दारा सिंह चौहान (Dara Singh Chauhan) ने इस्तीफा सौंपकर सूबे की राजनीति को और गर्म कर दिया है. दारा सिंह चौहान अगले महीने उत्तर प्रदेश चुनाव से ठीक पहले योगी कैबिनेट छोड़ने वाले दूसरे कद्दावर ओबीसी नेता हैं.
ऐसे में जहां एक तरफ सूबे के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) दारा सिंह से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ अखिलेश यादव बांह खोल कर स्वागत कर रहे हैं.
“परिवार का कोई सदस्य भटक जाये तो दुख होता है”
भारत में राजनीतिक रूप से सबसे महत्वपूर्ण माने जाने वाले राज्य में चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा डेंट लगा है. दो मंत्री और चार विधायक अब तक छोड़ चुके हैं और अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार हैं.
ऐसे में सूबे के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने दारा सिंह चौहान के इस्तीफे के बाद ट्वीट करते हुए कहा कि
“परिवार का कोई सदस्य भटक जाये तो दुख होता है. जाने वाले आदरणीय महानुभावों को मैं बस यही आग्रह करूँगा कि डूबती हुई नांव पर सवार होनें से नुकसान उनका ही होगा. बड़े भाई श्री दारा सिंह जी आप अपने फैसले पर पुनर्विचार करिये”.
गौरतलब है कि उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने स्वामी प्रसाद मौर्य को भी उनके इस्तीफे के बाद मनाने के लिए ट्वीट किया था . उन्होंने लिखा था कि
"आदरणीय स्वामी प्रसाद मौर्य जी ने किन कारणों से इस्तीफा दिया है मैं नहीं जानता हूँ उनसे अपील है कि बैठकर बात करें जल्दबाजी में लिये हुये फैसले अक्सर गलत साबित होते हैं"
"सबको सम्मान ~ सबको स्थान”
बंगाल में ममता बनर्जी के “खेला होबे” की तर्ज पर उत्तर प्रदेश के चुनाव में “मेला होबे” का सपना देख रहे अखिलेश यादव को पिछले 2 दिन में बीजेपी से 2 मंत्री और 4 विधायक के रूप में बड़ी ‘सफलता’ हाथ लगी है.
अखिलेश यादव ने दारा सिंह चौहान का स्वागत करते हुए ट्वीट किया कि
“ ‘सामाजिक न्याय’ के संघर्ष के अनवरत सेनानी श्री दारा सिंह चौहान जी का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन! सपा व उसके सहयोगी दल एकजुट होकर समता-समानता के आंदोलन को चरम पर ले जाएँगे… भेदभाव मिटाएँगे! ये हमारा समेकित संकल्प है! सबको सम्मान ~ सबको स्थान!”
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य के तर्ज पर ही दारा सिंह चौहान ने अपने त्यागपत्र में लिखा कि "सरकार की पिछड़ों, वंचितों, दलितों किसानों और बेरोजगार नौजवानों की घोर उपेक्षात्मक रवैया के साथ-साथ पिछड़ों और दलितों के आरक्षण के साथ जो खिलवाड़ हो रहा है ,उससे आहत होकर मैं उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं"
स्वामी के इस्तीफे पर भड़के बीजेपी के फायर ब्रांड नेता विनय कटियार
11 जनवरी को योगी कैबिनेट से स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे पर बीजेपी के फायर ब्रांड नेता विनय कटियार की प्रतिक्रिया सामने आयी है. उन्होंने कहा कि "दल बदलुओ के लिए कुछ भी कहना ठीक नहीं. उनको जहां जाना था चले गए और कहीं और जाना चाहेंगे तो भी चले जाएंगे. इसका बीजेपी पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है."
"सरकार में रहकर स्वामी प्रसाद मौर्या 5 साल तक मलायी चाटते रहे हैं. उनको लगता है कि अब उनको पार्टी में मलाई नहीं मिल सकती है, तो दूसरी जगह गए हैं. वहां पर अभी तो उन्हें पानी भी नहीं मिलेगा"विनय कटियार
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